Saturday ,November 23, 2024
होमउंगलीबाजीडॉक्टर बोले- कोविड से रिकवरी के बाद टीबी की जांच कराएं, कमजोर इम्युनिटी की वजह से संक्रमित होने की संभावना...

डॉक्टर बोले- कोविड से रिकवरी के बाद टीबी की जांच कराएं, कमजोर इम्युनिटी की वजह से संक्रमित होने की संभावना

 Newsbaji  |  Nov 08, 2022 10:58 AM  | 
Last Updated : Jan 06, 2023 10:19 AM

रायपुर। कोरोना संक्रमण के मरीज ठीक होने के बाद अन्य बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। कई रोगियों में कोरोना से ठीक होने के बाद टीबी के लक्षण दिखाई दे रहे हैं। कोविड के दूरगामी परिणामों को ध्यान में रखते हुए विशेषज्ञों का कहना है कि ठीक होने के बाद भी रोगी को बलगम की जांच अवश्य करानी चाहिए। टीबी और कोविड दोनों संक्रामक रोग हैं, जो मुख्य रूप से फेफड़ों को हानि पहुंचाते हैं। दोनों बीमारियों में खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण एक जैसे होते हैं।

राज्य टीबी रोग अधिकारी डॉ. धर्मेंद्र गहवई ने बताया कि कोरोना वायरस और टीबी रोग के संक्रमण का तरीका और लक्षण लगभग मिलते-जुलते हैं। ऐसे में संक्रमण से बचाव के लिए सावधानी बहुत जरूरी है। यह बीमारी हवा में अत्यधिक फैलती है। कोविड से रिकवर होने के बाद भी अगर लगातार खांसी की समस्या बनी हुई है, तो टीबी की जांच जरुर करा लेना चाहिए। डॉ. गहवई ने कहा कि, कोविड-19 के बाद टीबी भी हो सकती है क्योंकि संक्रमण फेफड़ों को नुकसान पहुंचाता है जिसके कारण टीबी होने की संभावना बढ़ जाती है।

कोविड का टीका टीबी से पीड़ित रोगियों को भी लगवाना अनिवार्य है। उन टीबी रोगियों को यह टीका नहीं लगवाना चाहिए, जिन्हें तेज बुखार है या फिर कोविड के लक्षण हैं। ऐसे लोग लक्षण के ठीक होने पर कोविड का टीका लगवाएं। टीकाकरण के बाद भी कोविड से बचाव संबंधी प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करना जरूरी है। टीबी रोगियों को टीके की दोनों डोज के साथ प्रिकाशन डोज भी लगवानी है।

जानकारी के अनुसार, टीबी की जांच व उपचार सरकारी अस्पतालों में निःशुल्क है। टीबी के लक्षण जैसे दो हफ़्तों से ज्यादा खांसी रहना, शाम के समय बुखार आना, अचानक से भूख कम लगना व वजन का घटना, लंबे समय तक बुखार का बने रहना इत्यादि दिखाई देने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर अपनी जांच व इलाज कराएं।

TAGS
 
admin

Newsbaji

Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft