नेशनल डेस्क. गौरव गोगोई, राजनीति को करीब से जानने वाले जरूर परिचित होंगे. लेकिन, हल्का-फुल्का नॉलेज रखने वालों के लिए नया नाम होगा. वे भी तब जान पाए जब मणिपुर के मुद्दे पर विपक्ष ने उन्हें केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव में बोलने के लिए आगे किया. गौरव बोले तो फिर बोलते चले गए. मणिपुर के मुख्यमंत्री और केंद्र सरकार, विशेषकर पीएम मोदी पर सवालों के तीर छोड़े. आप भी जानना चाह रहे होंगे कि आखिर गौरव कौन हैं और सरनेम से पूर्वोत्तर के मान ही रहे होंगे. हम इनके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं.
जी हां, गौरव पूर्वाेत्तर से ही ताल्लकु रखते हैं. वे असम से आते हैं. एक परिचय ऐसा दिया जा सकता है कि वे असम के पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई के बेटे हैं. लेकिन, यह उनकी काबिलियत के लिए पूर्ण परिचय नहीं है. हां, शुरुआती दौर में जब उन्होंने राजनीति में कदम रखा और चुनाव लड़ा तो मान सकते हैं कि पिता का प्रभाव पब्लिक पर रहा होगा. हालांकि उन्होंने आगे अपने दम पर खुद को स्थापित किया है. युवा हैं और वक्ता भी हैं ये 8 अगस्त को लोकसभा में उनके स्पीच से समझ सकते हैं. बातों की गहराई और मुद्दों की समझ का भी अंदाजा लगा सकते हैं.
32 की उम्र में बने सांसद
साल 2014, जब पूरे देश में मोदी की लहर और एंटी इंकंबेसी का जोर था, तब भी उन्होंने कुल 4,43,315 वोट पाकर चुनाव जीता. अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी के मृणाल कुमार सैकिया को 93,000 से भी ज्यादा वोटों से पराजित किया था. तब उनकी उम्र महज 32 साल थी. फिर 2019 के आम चुनाव में भी अपना प्रदर्शन जारी रखा.
इंजीनियरिंग की पढ़ाई, टेलीकॉम सेक्टर में जॉब
4 सितंबर 1982 में जन्मे गौरव ने सेंट कोलंबिया स्कूल से अपना ग्रेजुएशन पूरा किया. उसके बाद साल 2004 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है. इसके बाद उन्होंने इलेक्ट्रानिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की. इसी बीच उन्होंने टेलीकॉम सेक्टर में जॉब करने का फैसला किया. एक कंपनी में जॉब शुरू कर दिया.
जाॅब के साथ एनजीओ से जुड़े
टेलीकॉम सेक्टर का जॉब करने के साथ ही वे दिल्ली में सामाजिक कार्यों से भी जुड़ गए. एक स्वयंसेवी संस्था के साथ मिलकर उन्होंने काम किया. इससे उनका मेलजोल लोगों से गहरा हुआ.
अमेरिका से लौटकर उतरे राजनीति में
गौरव गोगोई ने बाद में पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन की पढ़ाई करने का फैसला किया. इसके लिए वे अमेरिका चले गए. फिर जब वापस लौटे तो उन्होंने अपना मन बदल लिया था. अब उन्होंने राजनीति में जाने का फैसला किया.
3 महत्वपूर्ण सवालों से केंद्र सरकार को घेरा
अब बात कुछ आज के प्रसंग से हो जाए. विपक्ष विशेषकर कांग्रेस की ओर से आमतौर पर ऐसे मौकों पर राहुल गांधी अपना पक्ष रखते हैं. लेकिन, इस बार गौरव को ये मौका दिया गया. इसमें उन्होंने 3 महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे और सरकार को घेरने का प्रयास किया.
ये रहे 3 सवाल
मालगाड़ी हादसे के बाद ट्रेनों का परिचालन बेपटरी, देखें रद्द और बदले रूट से चलने वाली ट्रेनों की सूची
रिंग सेरेमनी में एक-दूसरे को पहनाया हेलमेट, ये सामने आई वजह
भनवारटंक के पास पटरी से उतरी लांग हाल मालगाड़ी, आवागमन प्रभावित
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft