सीतापुर। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के जिलाधिकारी अनुज सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों की समीक्षा बैठक हुई। इस दौरान जिलाधिकारी ने जनपद में संचालित 50 लाख से अधिक लागत की सड़कों को छोड़कर आदि परियोजनाओं जैसे उप्र.रा.नि.नि.लि. सेतु निगम,सिंचाई और जल संसाधन विभाग, जल निगम ग्रामीण व नगरीय की एक-एक करके समीक्षा की है। डीएम ने सभी परियोजनाओं को निर्धारित समय के अंदर पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश जारी किए है।
नैमिष कॉरिडोर की गुणवत्ता पर जोर
जिलाधिकारी ने नैमिष कारिडोर के निर्माण कार्य की समीक्षा भी की है। गुणवत्तापूर्ण कार्य कराये जाने के निर्देश संबंधित अधिकारी को दिए है। उन्होंने कहा कि, प्राविधिक शिक्षा विभाग में पॉलिटेक्निक, महमूदाबाद में हास्टल के निर्माण, आवासीय भवनों के निर्माण, पर्यटन विभाग के नैमिषारण्य-मिश्रिख में चक्रतीर्थ के प्रमुख प्रवेश द्वार और अन्य प्रवेश द्वार को कारीडोर रूप में विकसित करने के कार्य की भी समीक्षा की। साथ ही निर्देश दिए कि विभिन्न कार्यदायी संस्थाएं आपसी समन्वय स्थापित करते हुए चक्रतीर्थ के सौन्दर्यीकरण का गुणवत्तापूर्ण तरीके से काम को करें।
अफसरों की क्लास
बैठक के दौरान राजकीय महिला महाविद्यालय मिश्रिख के निर्माण कार्य की समीक्षा करते हुए, संबंधित अधिकारी को डीएम ने निर्देश दिए है कि 15 दिन के भीतर महाविद्यालय के निर्माण कार्य को पूरा करते हुए हैण्डओवर किया जाए। 24 जून को सम्पन्न हुयी समीक्षा बैठक के अनुपालन आख्या संबंधित अधिकारियों द्वारा न प्रस्तुत करने पर डीएम ने कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देश दिए है। सी.एण्ड डीएस0-53 के अधिशासी अभियन्ता आर.के. गुप्ता के उत्तरों से असंतुष्ट डीएम ने कड़ी फटकार लगाते हुए, कार्यशैली में सुधार हेतु निर्देशित किया है। इसके अलावा सभी अधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि वो अपनी कार्यशैली में सुधार लाए। उन सभी को हिदायत भी दिया कि बिना पूर्व अनुमति के मुख्यालय से बाहर न जाए।
भिलाई की स्मृति नगर चौकी पर पथराव, पुलिस ने 14 लोगों पर दर्ज किया मामला
शबरी पार छत्तीसगढ़ दाखिल हो रहे नक्सली का एनकाउंटर, एक जवान भी घायल
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft