नई दिल्ली। गुजरात कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष हार्दिक पटेल ने पार्टी छोड़ दी है। उन्होंने पार्टी के सभी पदों और प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। पाटीदार नेता ने खुद ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी है। हिंदी, अंग्रेजी और गुजराती में लिखे अपने इस्तीफे का पत्र ट्वीट करते हुए हार्दिक पटेल ने लिखा, 'आज मैं हिम्मत करके कांग्रेस पार्टी के पद और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा देता हूँ। मुझे विश्वास है कि मेरे इस निर्णय का स्वागत मेरा हर साथी और गुजरात की जनता करेगी। मैं मानता हूं कि मेरे इस कदम के बाद मैं भविष्य में गुजरात के लिए सच में सकारात्मक रूप से कार्य कर पाऊँगा।'
उपेक्षा का लगाया आरोप
हार्दिक पटेल लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से नाराज़ चल रहे थे। अप्रैल महीने में भी उन्होंने कांग्रेस को लेकर टिप्पणी की थी। पटेल ने कहा था कि उनकी स्थिति पार्टी में उस नए दूल्हे जैसी है, जिसकी नसबंदी करा दी गई हो। पार्टी पर उपेक्षा किए जाने का आरोप लगाते हुए हार्दिक पटेल ने कहा था, "मुझे प्रदेश कांग्रेस कमिटी की किसी भी बैठक में नहीं बुलाया जाता, कोई निर्णय लेने से पहले वो मुझसे राय-मशविरा नहीं करते, तब इस पद का क्या मतलब है।
हार्दिक पटेल ने कहा कि, हाल ही में उन्होंने (कांग्रेस) राज्य में 75 नए महासचिव और 25 नए उपाध्यक्षों के नाम घोषित किए। क्या उन्होंने मुझसे एक बार भी पूछा कि हार्दिक भाई आपकी नज़र में कोई मज़बूत नेता इस सूची से ग़ायब तो नहीं है।
भाजपा में जाने के दिए संकेत!
कई महीनों से हार्दिक पटेल के भाजपा में जाने की अटकलें लगाई जाती रही हैं। अपने इस्तीफे से हार्दिक पटेल ने इस बात के संकेत भी दिए हैं कि वे भाजपा में जा सकते हैं। हार्दिक पटेल ने अपने इस्तीफे में राम मंदिर, CAA, आर्टिकल 370 और जीएसटी का जिक्र करते हुए कहा कि इन मुद्दों का समाधान देश के लिए जरूरी था, लेकिन कांग्रेस लगातार इनमें बाधा ही बनती रही। उनकी इस टिप्पणी से यह माना जा रहा है कि वह भाजपा में शामिल हो सकते हैं। हार्दिक पटेल ने कहा कि भारत हो, गुजरात या फिर मेरे पटेल समाज की बात हो, कांग्रेस का अजेंडा सिर्फ केंद्र सरकार के विरोध का ही रहा है।
भिलाई की स्मृति नगर चौकी पर पथराव, पुलिस ने 14 लोगों पर दर्ज किया मामला
शबरी पार छत्तीसगढ़ दाखिल हो रहे नक्सली का एनकाउंटर, एक जवान भी घायल
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft