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PFI पर 5 साल का बैन, 8 सहयोगी संगठनों पर भी लगा प्रतिबंध, गृह मंत्रालय ने जारी किया नोटिफिकेशन

 Newsbaji  |  Sep 28, 2022 11:49 AM  | 
Last Updated : Jan 06, 2023 10:19 AM

नई दिल्ली। भारत सरकार ने बुधवार को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी PFI को 5 साल के लिए बैन कर दिया है। साथ ही PFI के अलावा 8 और संगठनों पर कार्रवाई की गई। गृह मंत्रालय ने इन संगठनों को बैन करने का नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। इन सभी के खिलाफ टेरर लिंक के सबूत मिले हैं। केंद्र सरकार ने यह एक्शन (अनलॉफुल एक्टिविटी प्रिवेंशन एक्ट) UAPA के तहत लिया है।

PFI जुड़े इन संगठनों पर लगा प्रतिबंध

  1. ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC)
  2. नेशनल विमेन्स फ्रंट
  3. रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF)
  4. नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO)
  5. कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI)
  6. रिहैब फाउंडेशन
  7. एम्पावर इंडिया फाउंडेशन
  8. जूनियर फ्रंट

सरकार ने बैन लगाने की बताई वजह

  1. PFI और इससे जुड़े संगठन देश में आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं।
  2. इन संगठनों की गतिविधियां देश की शांति और धार्मिक सद्भाव के लिए खतरा बन सकती हैं।
    3.PFI ने अपने सहयोगी और फ्रंट बनाए, इसका मकसद समाज में युवाओं, छात्रों, महिलाओं, इमामों, वकीलों और कमजोर वर्गों के बीच पैठ बढ़ाना था। इस पैठ बढ़ाने के पीछे PFI का एकमात्र लक्ष्य अपनी मेंबरशिप, प्रभाव और फंड जुटाने की क्षमता को बढ़ाना था।
  3. केंद्र सरकार UAPA के तहत 5 साल का प्रतिबंध लगा रही है। ये कदम एजेंसियों की जांच के बाद उठाया जा रहा है।
  4. एजेंसियों का कहना है कि PFI के कुछ फाउंडिंग मेंबर्स SIMI के लीडर्स थे। इसके संबंध जमात-उल-मुजाहिदीन बांग्लादेश से थे। ये दोनों प्रतिबंधित संगठन हैं।
  5. ऐसी कई घटनाएं हैं, जिनसे ये साफ होता है कि PFI के संबंध ISIS से हैं। PFI के कुछ सदस्यों ने इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन जॉइन किए। ये संगठन चुपके-चुपके देश के एक तबके में यह भावना जगा रहा था कि देश में असुरक्षा है और इसके जरिए वो कट्टरपंथ को बढ़ावा दे रहा था।
  6. क्रिमिनल और टेरर केसेस से जाहिर है कि इस संगठन ने देश की संवैधानिक शक्ति के प्रति असम्मान दिखाया है। बाहर से मिल रही फंडिंग और वैचारिक समर्थन के चलते यह देश की आतंरिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा बन गया है।
  7. PFI और इससे जुड़े संगठन गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे। ये गतिविधियां देश की सुरक्षा और अखंडता के लिए खतरा हैं।

केन्द्रीय जांच एजेंसियों ने दो राउंड में मारे थे ताबड़तोड़ छापे, अभी तक 356 हुई है गिरफ्तारियां
NIA, ED और राज्यों की पुलिस ने 22 और 27 सितंबर को PFI और उससे जुड़े संगठनों पर ताबड़तोड़ छापेमारी की थी। पहले राउंड की छापेमारी में 106 PFI से जुड़े लोग हिरासत में लिए गए थे। 27 सितंबर को दूसरे राउंड की छापेमारी में 250 PFI से जुड़े लोग गिरफ्तार/हिरासत में लिए गए थे। जांच एजेंसियों को PFI के खिलाफ पर्याप्त सबूत मिले थे। इसके बाद यह एक्शन लिया गया।​​​​

PFI 16 साल पहले बना, 23 राज्यों में फैली है जड़े
बता दे कि, साल 2006 में मनिथा नीति पसाराई (MNP) और नेशनल डेवलपमेंट फंड (NDF) नामक संगठन ने मिलकर पॉपुलर फ्रंट इंडिया (PFI) का गठन किया था। ये संगठन शुरुआत में दक्षिण भारत के राज्यों में ही सक्रिय था, लेकिन अब उत्तर प्रदेश-बिहार समेत 23 राज्यों में फैल अपनी पैठ बना चुका है।

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