नेशनल डेस्क. मुंबई के मीरा रोड इलाके में लिव इन पार्टनर के 100 से ज्यादा टुकड़े कर उबालकर पीसने और उन्हें कुत्तों को खिलाने वाले आरोपी मनोज साने ने पुलिस की पूछताछ में कई दावे किए हैं. खास ये कि वे साथ में रहते थे और वह उसकी बेटी जैसी थी. उस पर कभी हाथ नहीं लगाया था. उसने हत्या भी नहीं की है, बल्कि उसने सुसाइड किया है. हां, घटना के बाद वह डर गया और फिर लाश को ठिकाने लगाने के लिए ही उसने ये कांड किया है.
खुद को बताया एचआईवी पॉजिटिव
इतना ही नहीं, आरोपी ने खुद को एचआईवी पॉजिटिव बताया है. उसने कहा कि साल 2008 में वह बीमार पड़ा था, उसी समय संक्रमित सुई लगने से वह पॉजिटिव हुआ था. वह मृतका सरस्वती के बारे में शारीरिक संबंध के बारे में सोच भी नहीं सकता था. सरस्वती भी उसे मामा कहता था.
इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग कर राशन दुकान में मजदूरी
पुलिस को आश्चर्य इस बात पर भी हो रहा है कि उसके पास से इंडस्ट्रीयल ट्रेनिंग का सर्टिफिकेट मिला है. उसके पास खुद की कार है और एक खुद का फ्लैट भी अलग से है, जिसे वह किराए में दे रखा है. इन सबके बाद भी वह राशन दुकान में मजदूरी का काम क्यों करता था, जहां उसे महज 5 हजार रुपये की सैलरी मिलती थी.
ये हुई थी घटना
बता दें कि पुलिस की जांच में पता चला है कि बीते 3 जून को ही सरस्वती की मौत हो गई थी. इसके बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए मनोज ने पेड़ काटने वाला कटर खरीदा और उसी से लाश को टुकड़ों में काटा.फिर कुछ टुकड़ों को टायलेट के फ्लश से बहाया और बाकी को कूकर में पका-पकाकर मिक्सी से पिसता रहा. इसके बाद उन्हें कुत्तों को खिलाने लगा. साथ ही उसके कमरे से दुर्गंध भी आने लगी थी, जिससे आसपास के लोगों को शक हुआ और पुलिस को सूचना दी गई. तब पूरे मामले का खुलासा हुआ. आश्चर्य की बात ये भी थी कि आरोपी मनोज की उम्र 56 साल है तो लिव इन पार्टनर सरस्वती की आयु महज 32 साल थी.
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