दिल्ली। हीरा के बिजनेसमैन मेहुल चोकसी को CBI के आग्रह पर बेल्जियम से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह जानकारी न्यूज एजेंसी ANI ने एक्स पर दी। बता दे कि, मेहुल चोकसी और उनके भांजे नीरव मोदी पर पंजाब नेशनल बैंक से कई हज़ार करोड़ रुपए हड़पने का आरोप है। वैसे इस ठग के अलावा और भी कई ठग बिजनसमैन के नाम हैं, जिन पर अलग-अलग मामलों में रुपए हड़पने के आरोप हैं। जिनका इंतजार भारत की टॉप जांच एजेंसियां उनके प्रत्यर्पण करने का रास्ता देख रही है।
1. मेहुल चोकसी- वर्ष 2018 की शुरुआत में पंजाब नेशनल बैंक में कई हजार करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया था। तब बैंक ने मेहुल चोकसी, नीरव मोदी समेत कई अन्य के ख़िलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बैंक का दावा था कि इन सभी आरोपियों ने बैंक के अधिकारियों के साथ साजिश रची और बैंक को घाटा पहुंचाया।
2. विजय माल्या- भारत सरकार का दावा है कि किंगफिशर कंपनी का मालिक विजय माल्या देश की बैंकों के करीब 9 हजार करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज़दार हैं। उस पर आरोप है कि अपनी किंगफ़िशर एयरलाइन कंपनी के लिए बैंकों से कर्ज लिया और उसे बिना चुकाए वो विदेश फरार हो गया। विजय माल्या मार्च 2016 में ब्रिटेन भाग गया। तभी से वो लंदन में रह रहा हैं। भारतीय जांच एजेंसियां ब्रिटेन के कोर्ट में माल्या को भारत लाने की कानूनी लड़ाई लड़ रही हैं।
3. नितिन संदेसरा- यह भगोड़ा भी गुजरात का रहने वाला है। इसने करीब 5 हजार 700 करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग मामले का मुख्य सरगना हैं। स्टर्लिंग बायोटेक के मालिक नितिन जे. संदेसरा को भगोड़ा आर्थिक अपराधी घोषित किया जा चुका है। इस मामले में हितेश नरेंद्रभाई पटेल, दीप्ति संदेसरा और चेतन संदेसरा पर भी आरोप हैं। वर्ष 2017 में दोनों एजेंसियों की जांच शुरू करने के कुछ दिन पहले ये परिवार भारत छोड़कर दुबई के रास्ते नाइजीरिया भाग गया था।
4. नीरव मोदी- भगोड़ा नीरव मोदी ने पंजाब नेशनल बैंक में हुए हज़ारों करोड़ रुपए के घोटाले का एक आरोपी है। जनवरी 2018 में नीरव मोदी ने भारत छोड़ विदेश फरार हो गया था। इसे 19 मार्च 2019 को लंदन में होबर्न के मेट्रो बैंक ब्रांच से गिरफ्तार किया गया था, जहां वो अपना बैंक अकाउंट खुलवाने पहुंचा था। वर्ष 2020 में लंदन के वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट में नीरव मोदी के प्रत्यपर्ण का मामला विचाराधीन है।
5. ललित मोदी- आईपीएल यानी इंडियन प्रीमियर लीग के पूर्व प्रमुख ललित मोदी वर्ष 2010 से ब्रिटेन में रह रहा है। मोदी पर आईपीएल के प्रमुख के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान नीलामी में कथित तौर पर हेराफेरी करने के लिए आरोप हैं।
मोदी के खिलाफ़ मुख्य आरोप वर्ष 2010 में दो टीम फ्रेंचाइजी की नीलामी के दौरान हेराफेरी से संबंधित हैं। आरोप है कि बिना अनुमति के प्रसारण और इंटरनेट अधिकार बेचे गए थे। वर्ष 2013 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने ललित मोदी पर आजीवन क्रिकेट गतिविधियों में शामिल होने पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, उन्होंने हमेशा इन आरोपों से इंकार किया है। इस बीच, भारत ने उसके प्रत्यर्पण के कई असफल प्रयास किए है।
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