बिलासपुर. अपराध कभी न कभी सामने आ ही जाता है, वैसे ही अपराधी भी कभी न कभी पकड़ा ही जाता है, चाहे छिपने व बचने की लाख कोशिश कर लें तब भी. कुछ ऐसा ही मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में आया है. कोटा के बेलगहना क्षेत्र में 2007 में हुए मर्डर व जानलेवा हमले के मामले मेंं पुलिस ने आरोपी को 16 सा बाद गिरफ्तार किया है. आरोपी का नाम दिलहरण श्रीवास है जो वहां राजू के नाम से रह रहा था.
बता दें कि बेलगहना कोटा क्षेत्र के ग्राम कछार में आरोपी दिलहरण उर्फ भंगहा श्रीवास का गांव के ही विदेशी यादव और झबलू कोल के साथ जुलाई 2007 में किसी बात को लेकर विवाद हो गया था. झगड़ा इतना बढ़ गया कि दिलहरण ने विदेशी की चाकू मारकर हत्या कर दी. वहीं छुरे से झबलू पर जानलेवा हमला किया. वारदात के बाद दिलहरण फरार हो गया. पुलिस ने हत्या व जानलेवा हमले का अपराध दर्ज कर उसकी तलाश शुरू की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला.
कोर्ट ने जारी किया था स्थायी वारंट
इस बीच पुलिस ने मामले की जांच कर आरोपी की फरारी में ही कोर्ट में चालान पेश कर दिया. वहीं कोर्ट ने साल 2012 में आरोपी दिलहरण के खिलाफ स्थायी वारंट भी जारी कर दिया था. पुलिस सरगर्मी से उसकी तलाश में जुटी हुई थी, लेकिन पिछले 16 साल में उसे पता लगाने में नाकाम रही.
ऐसे मिली जानकारी
बाद में आरोपी दिलहरण के परिवार वालों की गतिविधियों और पास पड़ोस के लोगों के माध्यम से पुलिस ने गहन पतासाजी की. अंतत: जानकारी हुई कि वह जांजगीर-चांपा जिले के चांपा में रह रहा है. ये भी जानकारी सामने आई कि उसने बचने के लिए अपना नाम भी दिलहरण श्रीवास से बदलकर राजू रख लिया है. आखिरकार पुलिस ने 16 सालों बाद उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
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