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चोरों का पता लगाने निकले टीआई ही हो गए चोरी का‍ शिकार, सारनाथ एक्सप्रेस की घटना, जानें क्या है पूरा मामला

 Newsbaji  |  Mar 02, 2023 08:45 AM  | 
Last Updated : Mar 02, 2023 08:45 AM
ओडिशा के टीआई ट्रेन में चोरी का शिकार हो गए.
ओडिशा के टीआई ट्रेन में चोरी का शिकार हो गए.

बिलासपुर. ओडिशा के संबलपुर जिले में शासन थाने के टीआई चोरों का पता लगाने के लिए उत्तर प्रदेश गए थे. लेकिन, ट्रेन से वापस लौटते समय खुद चोरी का शिकार हो गए. किसी ने उनका ट्राली बैग पार कर दिया, जिसमें उनका सर्विस रिवाल्वर व 24 जिंदा कारतूस रखे हुए थे. जबकि उनके रिवाल्वर में 10 कारतूस लोड थे. उन्होंने बिलासपुर स्टेशन में उतरकर जीआरपी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई. जीआरपी ने जीरो में एफआईआर किया है, जहां से केस डायरी संबंधित जीआरपी के पास भेजा जाएगा, जहां इस घटना के होन की आशंका है.

बता दें कि ओडिशा के बलांगीर जिले के निवासी शुरूबाबू संबलपुर स्थित थाना शासन में टीआई के पद पर कार्यरत हैं. उनके थाना क्षेत्र में चोरी की एक बड़ी घटना हुई थी. इस मामले की जांच की जा रही है. इसी बीच पता चला कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में पुलिस ने कुछ चोरों को गिरफ्तार किया है. उनसे पूछताछ में पता चला कि उन्होंने ओडिशा के संबलपुर क्षेत्र में भी चोरी की घटना को अंजाम दिया था.

तब इसकी जानकारी शासन थाने को भी दी गई कि कहीं उनके क्षेत्र में हुई चोरी की वारदात में ये आरोपी तो शामिल नहीं रहे थे. लिहाजा इसका पता लगाने के लि टीआई शुरूबाबू दो आरक्षकों दिलेश्वर प्रधान और मिनकेतन घरुवा के साथ बीते 22 फरवरी को उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए. वहां पूछताछ और जांच के बाद मंगलवार को तीनों वापस लौट रहे थे. तीनों का रिजर्वेशन छपरा-दुर्ग सारनाथ एक्सप्रेस में था. वे बी- 2 कोच की बर्थ नंबर 66 में प्रयागराज से बिलासपुर आ रहे थे, ताकि यहां से दूसरी ट्रेन से संबलपुर पहुंच सकें. वे अपना सामान एक ट्रॉली बैग रखे थे, जिसमें  उनकी वर्दी, टोपी, जूता के अलावा एक 9 एमएम पिस्टल व एक अलग से डिब्बे में 14 जिंदा कारतूस रखे हुए थे.

यहां वारदात होने की आशंका
टीआई ने सामान को देखते हुए उन्होंने ट्राली बैग को बर्थ नंबर 68 के नीचे चेन से बांधा और ताला भी जड़ दिया था और अपने बर्थ में सो गए थे. बुधवार की सुबह पेंड्रारोड स्टेशन में उनकी नींद खुली. तब उनका ट्राली बैग गायब था. उन्होंने आरक्षकों के साथ तलाशी ली. लेकिन, वह कहीं नजर नहीं आया. तब ट्रेन के बिलासपुर आने का इंतजार किया गया. यहां उन्होंने जीआरपी थाने में शिकायत करते हुए शहडोल से जैतहरी रेलवे स्टेशन के बीच चोरी होने की आशंका जताई. उनके बयान के आधार पर जीआरपी ने शून्य की केस डायरी को शहडोल जीआरपी भेजने का निर्णय लिया है.

डायरी बाद में, सूचना पहले भेजी शहडोल
मामले की गंभीरता को देखते हुए बिलासपुर जीआरपी ने सक्रियता दिखाई और तत्काल ही इस घटना की सूचना शहडोल जीआरपी के साथ ही अन्य रेलवे थानों व सामान्य थानों में इसकी सूचना फोन पर दे दी गई है. हालांकि अभी केस डायरी भी शहडोल भेजी जाएगी. इस बीच सभी थाना क्षेत्रों में और रेलवे स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि चोरों का पता लगाया जा सके.

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