अंबिकापुर. आज के जमाने में भी बेटे की चाहत में कोई किस हद तक गुजर जाता है इसकी बानगी सरगजा जिले में देखने को मिला है. पहले से जिसकी तीन संतानें थीं, दो बेटे और एक बेटी, उसने अपनी तीसरी संतान को सिर्फ इसलिए मार डाला, क्योंकि उसे अब भी बेटी नहीं, बेटा चाहिए था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. बता दें कि बच्ची ने दोपहर में जन्म लिया था और रात में उसे प्लास्टिक के थैले में भरकर गड्ढानुमा कुएं में फेंक आया.
मामला सरगुजा के उदयपुर थाना क्षेत्र के झिरमिटी धौरापारा का है. यहां रहने वाले यशवंत पुरी और उसकी 35 वर्षीय पत्नी रंगीला की तीन संतानें पहले से हैं. इसमें दो बेटे और एक बेटी शामिल हैं. बीते सोमवार की दोपहर रंगीला ने फिर एक बेटी को जन्म दिया. लेकिन, रात करीब 10 से 11 बजे के बीच जब महिला सो रही थी, तभी यशवंत ने बच्ची को ले जाकर प्लास्टिक के एक झोले में बांध दिया. फिर घर के बगल में स्थित गड्ढेनुमा खुले कुएं में जिंदा बेटी को फेंक दिया. इसके बाद वह आकर सो गया.
रातभर मचा रहा हड़कंप
बाद में जब यशवंत की पत्नी रंगीला उठी और बच्ची को न पाकर हैरान-परेशान हो गई और अपने पति से उसके बारे में पूछने लगी. लेकिन, उसने कुछ भी जानने से इनकार कर दिया. रातभर रंगीला का रो-रोकर बुरा हाल था. वहीं यशवंत उसे झूठा दिलासा देता रहा. वहीं घर समेत आसपास के लोगों में भी हड़कंप मचा रहा.
सुबह लाश मिली तो दफनाया, पुलिस के सामने कबूला
बता दें कि मंगलवार की सुबह आसपास के लोगों ने थैले में भरी बच्ची की लाश को देखा. इससे हड़कंप मच गया. वहीं कुछ देर में बच्ची की पहचान भी हो गई. तब यशवंत ने जाकर बच्ची के शव को पास में ही गड्ढा खोदकर दफना दिया. लेकिन, लोगों ने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी. पुलिस की टीम ने शव को बरामद किया और फिर यशवंत से पूछताछ की. उसने अपराध स्वीकार कर लिया और बताया कि उसे और बेटा चाहिए था. इसीलिए बेटी हुई तो उसने उसकी हत्या कर दी. पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
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