कोरबा. छत्तीसगढ़ के कोरबा में बीते 19 जून को टीपी नगर के कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में लगी आग के मामले में घटना का जिम्मेदार साहेब कलेक्शन कपड़ा दुकान के संचालक को माना गया है. उसके खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है. इस घटना में दम घुटने से 3 लोगों की मौत हो गई थी और लाखों का नुकसान हुआ था. आग और धुएं से कई लोगों की हालत गंभीर हो गई थी.
बता दें कि इस घटना में पूरा काम्प्लेक्स जल गया और दुकानों में रखे सामान खाक हो गए. फौरी तौर पर तो आग को बुझाने का प्रयास किया गया था. वहीं इसके बाद जिला प्रशासन ने अलग-अलग विभागों की टीमों को जांच का जिम्मा सौंपा था. दो दिन पहले कोरबा एसडीएम सीमा पात्रे, अपर आयुक्त समेत अन्य अफसरों की टीम ने मौके पर जांच की थी. इसके आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई.
ये निकला निष्कर्ष
रिपोर्ट के मुताबिक निष्कर्ष निकाला गया कि आग लगने से लेकर उसके फैलने व दुकानों के भीतर दम घुटने का इकलौता जिम्मेदार साहेब कलेक्शन का संचालक है. आग कैसे लगी, क्या आग समय पर बुझाई जा सकती थी, फैलने से रोका जा सकता था और दम घुटने की प्रमुख वजह क्या थी. इन्हीं पहलुओं पर जांच से ये निष्कर्ष निकला कि संचालक ही इसके लिए जिम्मेदार थे.
ये हुई लापरवाही
अगर साहेब कलेक्शन के कर्मचारी वीडियो बनाने के बजाय आग को बुझा देते या बुझाने का प्रयास करते, संचालक ने अपने कर्मियों को इसके लिए संसाधन उपलब्ध नहीं कराया था. अवैध होर्डिंग्स और प्लाई के स्ट्रक्चर से आग फैलते हुए ऊपर तक पहुंची, फिर धुंआ ऊपर भर गया.
चेंजिंग रूम में रह गई थी महिला
बता दें कि घटना में 1 महिला समेत कुल 3 लोगों की मौत हुई थी. महिला तब साहेब कलेक्शन में ही चेंजिंग रूम में थी. घटना के दौरान वहां के कर्मचारी तो बाहर निकल गए, लेकिन महिला को किसी ने जानकारी नहीं थी. इसके चलते उसे बाहर आने में देर हो गया और तब तक धुएं से उसकी हालत गंभीर हो गई. यही उसकी मौत का असली कारण बना.
CM हाउस का घेराव, बिगड़ती कानून व्यवस्था का मुद्दा, पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच धक्का-मुक्की
ACB ने पटवारी को घूस लेते पकड़ा, 10000 रुपए की किसान से मांगी थी रिश्वत
जंगली जानवरों का शिकार, करंट की चपेट में तेंदुए और वन भैंसे की मौत, वन विभाग बना मौन
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft