कोरबा. Korba Crime News: छत्तीसगढ़ के कोरबा में परिचित व्यक्ति ने ही 11 लाख रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया है. उसने चिप वाला पेनकार्ड बनाने के लिए एसईसीएल के कर्मचारी से जरूरी डॉक्यूमेंट्स और एटीएम कार्ड लिया था. फिर उससे कई बैंकों से लोन ले लिया और बजाज फाइनेंस से सामान भी मंगा लिए. एटीएम कार्ड से कैश भी निकाले. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
बता दें कि भक्तू दफाई थाना बांकीमोंगरा निवासी केशव प्रसाद एसईसीएल बलगी में बीसीएम के पद पर नौकरी करता है. उसने पुलिस को बताया कि दीपक दास पिता कार्तिक दास निवासी प्रेमनगर कुसमुंडा उसके बड़े बेटे शेखर कुमार से परिचित था. जान-पहचान और दोस्ती हो जाने के कारण उसका घर आना-जाना लगा रहता था. कुछ दिन बाद घर के बगल में एक किराए का मकान लेकर वह अपने माता-पिता और छोटे भाई के साथ रहने लगा. उसने बताया की वह प्रेमनगर क्षेत्र में च्वाईस सेंटर चलाता है.
पेनकार्ड बनाने लिए डॉक्यूमेंट्स
केशव प्रसाद का पेनकार्ड पुराना बिना चिप वाला था. उसने दीपक को चिप लगा पेनकार्ड बनवाने को कहा. तब दीपक ने सितंबर 2021 में इसके लिए केशव से उसका बैंक पासबुक, पेनकार्ड, एटीएम कार्ड और अन्य दस्तावेज समेत मोबाइल सिम को ले लिया. इन दस्तावेजों के जरिए उसने केशव के नाम से 2 से 3 कंपनियों से करीब 8 लाख रुपये का लोन ले लिया. वहीं मिले पैसे को दूसरे खाते में ट्रांसफर करा लिया. इसके अलावा बजाज फाइनेंस से कुछ सामान भी खरीदे.
एटीएम से निकाली बोनस की राशि
यही नहीं, दीपक दास ने केशव के बोनस और सैलरी की जमा हुई रकम को भी एटीएम के जरिए कैश निकाल लिए. इस तरह कुल 11 लाख रुपये की धोखाधड़ी उसने की थी. नवंबर 2021 में उसने सारे कागजात मांग लिए और पैसे वापस करने को कहा. इस पर वह टालमटोल करता रहा.
ऐसे आया पकड़ में
बता दें कि इतना बड़ा फ्रॉड करने के बाद भी केशव ने थाने में रिपोर्ट नहीं लिखाई थी. लेकिन, इसी दौरान उसने कई और लोगों से ठगी कर ली. तब पुलिस को उसकी तलाश थी. लेकिन, वह फरार चल रहा था. उसके पकड़ में आने के बाद केशव ने थाने में शिकायत कर रिपोर्ट दर्ज कराई तो उससे हुई धोखाधड़ी का पता चला.
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