रायपुर। केंद्रीय जीएसटी और केंद्रीय उत्पाद शुल्क रायपुर के अधिकारियों ने मैसर्स ययूनाइटेड इस्पात रायपुर के परिसर पर कार्रवाई की है। वहां यह पाया कि उक्त फर्म किसी भी प्रकार के माल या सेवाओं की आपूर्ति किए बिना बड़े पैमाने पर फर्जी बिल बनाने और नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट पारित करने में लिप्त है।
टैक्स चोरी का बड़ा मामला
जांच से पता चला कि सौरभ अग्रवाल मैसर्स यूनाइटेड इस्पात के नाम से फर्जी फर्म के निर्माण और संचालन के पीछे मास्टरमाइंड है। मैसर्स यूनाइटेड इस्पात ने ओड़ीशा और छत्तीसगढ़ में स्थित विभिन्न फ़र्मों से 15.32 करोड़ रुपए का नकली इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया और किसी भी प्रकार के माल और सेवाओं की आपूर्ति किए बिना अन्य फर्मों को 16.94 करोड़ रुपये का नकली क्रेडिट पारित किया। सौरभ अग्रवाल सभी गतिविधियों को संचालित कर रहा था और फर्जी लेनदेन के मुख्य लाभार्थी पाया गया।
14 दिन की मिली रिमांड
सौरभ अग्रवाल को केंद्रीय जीएसटी टीम द्वारा सीजीएसटी अधिनियम 2017 की धारा 69 (1) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया और अदालत के समक्ष पेश किया गया और जहां से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने आरोपी को 14 दिनों की रिमांड मंजूर की है।
वहीं, सेंट्रल जी.एस.टी. के अपर आयुक्त श्रवण कुमार बंसल ने बताया कि, बड़े टैक्स चोरों के खिलाफ हमारे विभाग कि यह 11वीं गिरफ्तारी है। हाल ही में हमने 100 से अधिक फर्जी फर्मों के रजिस्ट्रेशन भी कैंसल किए हैं। फर्जी कंपनियों एवं बड़े टैक्स चोरों के खिलाफ विभाग की कार्यवाही ऐसे ही जारी रहेगी।
रुंगटा पब्लिक स्कूल में दो दिवसीय रूंगटा यूथ सम्मेलन, नीति निर्माण में होगा लाभकारी
भिलाई की स्मृति नगर चौकी पर पथराव, पुलिस ने 14 लोगों पर दर्ज किया मामला
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft