बेमेतरा. छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के हिंसा प्रभावित बिरनपुर गांव में मृत भुवनेश्वर साहू के परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा राज्य सरकार ने की है. इसके साथ ही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 10 लाख रुपये देने का भी ऐलान किया है. इन सबके बीच बिरनपुर गांव से सात किलोमीटर दूर दो युवकों की लाश मिली है, जिन्हें गांव के ही दो युवक बताया जा रहा है. हालांकि पुलिस की ओर से उनकी शिनाख्ति को लेकर कोई अधिकृत बयान सामने नहीं आया है.
बता दें कि बीते शनिवार को यहां दो बच्चों के बीच हुए विवाद के बाद इसे लेकर दो समुदायों के बीच झगड़ा हो गया था. तभी समुदाय विशेष के लोगों ने घर घुसकर 22 वर्षीय भुवनेश्वर साहू समेत अन्य सदस्यों पर तलवार से हमला कर दिया. इससे भुवनेश्वर की मौत हो गई थी. इसके बाद से गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है. पुलिस बल यहां तैनात है. दुर्ग आईजी आनंद छाबड़ा व जिले के एसपी मोर्चा संभाले हुए हैं. विश्व हिंदू परिषद के ऐलान के बाद इसी मामले को लेकर छत्तीसगढ़ बंद कराया गया. वहीं तनाव अब भी बरकरार है. इन सबके बीच अब राज्य सरकार ने मृतक परिवार पर मरहम लगाने की कोशिश के तहत दो महत्वपूर्ण घोषणाएं की है. इसमें एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने और 10 लाख रुपये मुआवजा के रूप में देने की बात कही गई है.
साहू समाज से चर्चा के बाद सीएम ने किया ऐलान
बता दें कि इन सब विवाद और पीड़ित परिवार को सांत्वना देने और न्याय दिलाने के लिए छत्तीसगढ़ प्रदेश साहू संघ आगे आया है. उनके पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मुलाकात की. प्रदेशाध्यक्ष टहल सिंह साहू समेत अन्य पदाधिकारियों ने चर्चा के दौरान ही नौकरी व आर्थिक सहायता की मांग की. इसे सीएम ने स्वीकार करने के साथ ही ऐलान किया. वहीं उन्होंने संभागायुक्त के नेतृत्व में उच्च स्तरीय प्रशासकीय जांच कराने और एक सप्ताह में जांच कर रिपोर्ट देने को कहा. उन्होंने प्रदेशवासियों से शांति व सद्भाव बनाए रखने की अपील की है.
7 किमी दूर मिली दो लाशें
तनाव का माहौल बिरनपुर गांव में ही नहीं, बल्कि बेमेतरा जिले विशेषकर साजा थाना क्षेत्र में बना हुआ है. पुलिस बल बिरनपुर में लोगों को रोकने के लिए अब भी बेरीकेडिंग कर तैनात है. इन सबके बीच मंगलवार की सुबह बिरनपुर गांव से सात किलोमीटर दूर कोरवाय गांव में दो और युवकों की लाश मिलने से एक बार फिर सनसनी फैल गई है. बताया जा रहा है कि ये दो मृतक भी बिरनपुर गांव के हैं. लेकिन, ये कौन लोग हैं और विवाद से उनका क्या कनेक्शन है ये सब से अभी पर्दा नहीं उठा है. दरअसल, पुलिस भी अभी इस संवेदनशील मामले में इन सबसे बचने की कोशिश में लगी हुई है, जिसके कारण कोई अधिकृत बयान नहीं दिया जा रहा है ऑफ द रिकॉर्ड बोलने से भी बच रहे हैं.
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