अंबिकापुर: वाड्रफनगर के विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में भ्रष्टाचार के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) अंबिकापुर की टीम ने मंगलवार को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. सहायक ग्रेड 2 के पद पर तैनात गौतम सिंह को एरियर्स की राशि जारी करने के एवज में 12,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. यह मामला तब सामने आया जब चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नितेश रंजन पटेल ने एसीबी को इस भ्रष्टाचार की सूचना दी.
जानकारी के अनुसार, स्कूल शिक्षा विभाग के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी नितेश रंजन पटेल से एरियर्स की राशि जारी करने के लिए गौतम सिंह ने 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी. योजना के अनुसार, नितेश पटेल ने एसीबी से संपर्क किया और इसके बाद एसीबी की टीम ने रिश्वतखोर लिपिक को पकड़ने के लिए जाल बिछाया.
रिश्वत की पहली किस्त के रूप में 12,000 रुपये देने के लिए पटेल मंगलवार को कार्यालय पहुंचा था. जैसे ही गौतम सिंह ने 12,000 रुपये की रिश्वत ली, एसीबी की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया. एसीबी की टीम ने यह सुनिश्चित किया कि गिरफ्तारी के समय सभी प्रमाण और रिश्वत की राशि बरामद हो जाएं.
यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान का हिस्सा थी, जिसमें एसीबी ने इस मामले में बड़ी सफलता हासिल की. नितेश रंजन पटेल, जो ग्राम पंचायत ओदारी के निवासी हैं और मिडिल स्कूल चलगली में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर कार्यरत हैं, ने एसीबी से इस मामले की शिकायत की थी.
शिकायत में उन्होंने बताया कि गौतम सिंह ने एरियर्स की राशि जारी करने के लिए 20,000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी. एसीबी की टीम ने मामले की गंभीरता को देखते हुए योजना बनाकर गौतम सिंह को रंगे हाथों पकड़ा.
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