बालोद. इसे रूह, प्रेत, आत्मा और दूसरी दुनिया की बात कहें या फिर मन का वहम, लेकिन जो सच्चाई 20 साल से चार फीट गहरे गड्ढे में दफन था वो बाहर आ गया. उसे बाहर लाया खुद दफन करने वाले हत्यारे ने. ऐसा करने को उकसाने वाला भी और कोई नहीं, वह जमीन के अंदर दफन लड़का ही था. अब पुलिस ने 20 साल पुराने मामले में कार्रवाई भी शुरू कर दी है. हैरान करने वाली ये घटना छत्तीसगढ़ के बालोद जिले का है.
जी हां. इस मामले का खुलासा होने के बाद अब बालोद जिले की पुलिस ने तहकीकात शुरू कर दी है. साथ ही प्रशासनिक अफसर भी मामले पर पल-पल नजर लगाए हुए हैं. इस कहानी की शुरुआत तो आज से 20 साल पहले. साल था 2003. लेकिन, पहले बात 2023 की.
कलेक्टर के पास आया आवेदन
बता दें कि हाल ही में बालोद कलेक्टर के पास एक शख्स का आवेदन आया. उसमें लिखा था कि उसने आज से 20 साल पहले 17 साल के एक लड़के की हत्या कर दी थी. कारण ये कि वह अपनी प्रेमिका का उसके साथ अवैध संबंध को लेकर शक करता था. इसके बाद उसकी लाश को एक खेत पर गड्ढा करके दफन कर दिया. इसके बाद किसी को अब तक पता नहीं था कि उस लड़के की हत्या हुई थी. मामला दफन ही रहा. लेकिन, उसके बाद से वही लड़का हत्यारे के सपने में आने लगा. रोज परेशान करने लगा. जीते-जी वह जिंदा लाश की तरह हो गया. कुछ समझ में ही नहीं आ रहा था कि वह क्या करे. आखिर उसने फैसला कर लिया कि वह अपना गुनाह कबूल करेगा. इसीलिए 20 साल बाद खुद कलेक्टर को अर्जी लगाई है.
प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में हुई खुदाई
प्रशासनिक अमले में भी इस अर्जी के बाद हड़कंंप मच गया. फिर पुलिस और प्रशासनिक अमले की मौजूदगी में युवक टीकम कोलियारा (40) के साथ उसके बताई जगह बोलोद के कोतवाली क्षेत्र के करकभाट में जमीन की खुदाई कराई गई. युवक का कहना सच निकला. वहां हड्डियां बरामद हो गईं. यानी ये तो तय है कि हत्या हुई है और अब हड्डियों के उस अवशेष को फोरेंसिक जांच के लिए राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज के लैब भेजा जा रहा है, ताकि पुष्टि हो सके कि अवशेष उसी लड़के की है, जिसकी 20 साल पहले हत्या हुई थी.
पुलिस ने कायम किया मर्ग
वहीं अब बालोद के कोतवाली पुलिस ने ये मान लिया है कि 20 साल से जो लड़का मिसिंग था, उसकी हत्या हुई है. लिहाजा मामले में मर्ग कायम कर लिया गया है. अब बस रिपोर्ट का इंतजार है. इसके बाद युवक के खिलाफ हत्या का अपराध दर्ज किया जाएगा. बहरहाल, नतीजा कुछ भी निकले. ये मामला अब चर्चा का विषय बन गया है.
ये था मामला
आरोपी टीकम ने पुलिस को बताया है कि फरवरी 2003 में उसने अपने दोस्त छबेश्वर गोयल की रॉड मारकर हत्या कर दी थी. फिर उसे गड्ढा खोदकर दफना दिया था. पुलिस ने इस बयान के बाद पतासाजी कर छबेश्वर के परिजनों से भेंट की. पता चला कि सच में छबेश्वर 2003 से गायब है. इसके बाद युवक के बताए जगह पर बीते शनिवार से खुदाई शुरू कराई गई. इसके बाद लगातार दिनों में खुदाई होती रही, लेकिन लाश का कोई अवशेष नहीं मिला था. आखिरकार बुधवार को पुलिस को कामयाबी मिली और हड्डियों के रूप में अवशेष मिल गए.
रुंगटा पब्लिक स्कूल में दो दिवसीय रूंगटा यूथ सम्मेलन, नीति निर्माण में होगा लाभकारी
भिलाई की स्मृति नगर चौकी पर पथराव, पुलिस ने 14 लोगों पर दर्ज किया मामला
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft