Friday ,November 22, 2024
होमछत्तीसगढ़CM के सलाहकार विनोद वर्मा बोले- BJP प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह को नोटिस भेजा है, माफी मांगें या मुकदमा झेलें...

CM के सलाहकार विनोद वर्मा बोले- BJP प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह को नोटिस भेजा है, माफी मांगें या मुकदमा झेलें

 Newsbaji  |  Nov 09, 2023 03:41 PM  | 
Last Updated : Nov 09, 2023 03:41 PM
सीएम के सलाहकार विनोद वर्मा ने पत्रवार्ता में मानहानि केस की जानकारी दी है.
सीएम के सलाहकार विनोद वर्मा ने पत्रवार्ता में मानहानि केस की जानकारी दी है.

रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सलाहकार विनोद वर्मा ने गुरुवार को प्रेसवार्ता आयोजित कर अपनी बात रखी. इसमें उन्होंने कहा कि महादेव ऑनलाइन सट्टा एप में बीजेपी प्रवक्ता सिद्धार्थनाथ सिंह ने जबरदस्ती मेरा नाम जोड़ा है. उन्हें बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए. या फिर वे मानहानि का मुकदमा झेलने के लिए तैयार रहें. उन्होंने बीजेपी व केंद्र सरकार पर भी आरोप लगाया कि वे देश में केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं.

राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुए विनोद वर्मा ने आगे कहा कि देश में अभी भी महादेव एप का सट्टा चल रहा है. अभी जिस शुभम सोनी का नाम सामने आया, उसका ईडी की कार्रवाई में कहीं जिक्र नहीं है. उसका दावा है क‍ि  वही मालिक है. महादेव ऐप की जांच का काम छत्तीसगढ़ पुलिस ने शुरू किया. अब तक 72 मामले दर्ज किए गए हैं और 449 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.

बाद में ईडी ने शुरू की जांच
विनोद वर्मा ने कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस ने 191 लैपटॉप, 865 मोबाइल फ़ोन और डेढ़ करोड़ से अधिक की संपत्ति और 16 करोड़ रुपए बैंक खातों में ज़ब्त किए. वहीं छत्तीसगढ़ में दर्ज मामलों के आधार पर ही प्रत्यावर्तन निदेशालय यानी ईडी ने जांच शुरू की. रायपुर पुलिस के साइबर सेल ने ही 12 अक्टूबर 2022 को गूगल को एक पत्र लिखकर कहा था कि महादेव एप गूगल प्ले स्टोर में उपलब्ध है. चूंकि भारत में जुआ खेलना अपराध है और इस एप के माध्यम से जुआ खिलवाया जा रहा है. इसे बंद कर दिया जाए और इस एप को बनाने और चलाने वालों के नाम पुलिस को बताएं. इस पत्र के बाद गूगल ने महादेव ऐप को गूगल प्ले स्टोर से हटा दिया था.

पुलिस ने ही जारी किया लुकआउट सर्कुलर
छत्तीसगढ़ पुलिस ने ही जांच के बाद पाया कि महादेव ऐप के संचालक रवि उप्पल और सौरभ चंद्राकर हैं. इसके बाद पुलिस ने ही इन दोनों के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया था. विनोद वर्मा ने आगे बताया कि इसके बाद से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार कह रहे हैं कि इन अपराधियों को केंद्र सरकार गिरफ्तार करें, क्योंकि वे इस देश में नहीं रहते और छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकार क्षेत्र में नहीं आता कि वे किसी अपराधी को किसी दूसरे देश से गिरफ़्तार करके लाएं.

बीजेपी नेताओं से साठगांठ
महादेव ऐप पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी उन्होंने बार-बार की है. उन्होंने आशंका ज़ाहिर की थी कि एप पर रोक इसलिए नहीं लग रही है कि क्योंकि बीजेपी के लोगों से संचालकों की साठगांठ हो गई है. आखिरकार 3 दिन पहले केंद्र सरकार ने महादेव एप को बंद करने का दावा किया.

रोक तो लगी नहीं
विनोद वर्मा ने ये भी कहा कि हैरान करने वाली बात ये भी है कि एप को बंद करने की बात कही गई, उसी शाम एक समाचार चैनल ने दिखा दिया कि रोक लगाने की बात बेकार है क्योंकि ऐप तो बाक़ायदा चल रहा है. सट्टेबाज़ी का खेल भी निर्बाध रूप से जारी है. स्पष्ट है कि यह शायद केंद्र की मोदी सरकार के बूते की बात ही नहीं है कि वह महादेव ऐप को रोक सके. या फिर वह चाहती ही नहीं कि इस पर रोक लगे, क्योंकि केंद्र की सरकार तो सट्टेबाजी पर जीएसटी लगाकर कमाई करने में लगी है.

बिना शर्म मेरा नाम जोड़ा
विनोद वर्मा ने कहा कि मीडिया में एक वीडियो अवतरित हुआ. देश के सभी प्रमुख चैनलों ने इसे गैर ज‍िम्मेदाराना ढंग से प्रसारित किया. स्पष्ट रूप से काट-छांटकर जारी किए गए इस वीडियो में शुभम सोनी नाम का व्यक्ति यह कहता है कि उसे किसी ‘वर्मा जी’ ने मुख्यमंत्री से मिलवाया. वह इस ‘वर्माजी’ का नाम बार-बार लेता है. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने रायपुर में पत्रवार्ता बुलाकर इस वीडियो पर टिप्पणियां की. उनके साथ बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता व अनुराग अग्रवाल भी थे. सिद्धार्थ नाथ ने बिना हिचक, बिना संकोच और बिना शर्म कह दिया कि शुभम सोनी ने जिस ‘वर्मा जी’ का नाम बार-बार लिया वह और कोई नहीं बल्कि विनोद वर्मा है यानी मैं. उन्होंने विनोद वर्मा का नाम लेने के बाद जिस तरह से विवरण दिए उसमें संदेह नहीं है कि वह मेरा ही जिक्र कर रहे थे.

मानहानि का भेजा नोटिस
विनोद वर्मा ने जानकारी दी है कि इस मामले को लेकर उन्होंने 8 नवंबर को अपने वकील की ओर से सिद्धार्थ नाथ सिंह, केदार गुप्ता और अनुराग अग्रवाल को नोटिस भेज द‍िया गया है. अगर वे अपने बयान के लिए सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त नहीं करते और अपना बयान वापस नहीं लेते तो मैं इन तीनों बीजेपी प्रवक्ताओं के ख‍िलाफ मानहानि का मुकदमा भी दर्ज करूंगा.

admin

Newsbaji

Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft