कोरिया. प्रदेश के पहले वित्त मंत्री रहे रामचंद्र सिंहदेव की भतीजी और बैकुंठपुर विधायक व संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव के एनआरआई पति हैं अमिताव घोष। वे नहीं चाहते कि उनकी पत्नी अब सक्रिय राजनीति में रहे। इसके लिए उन्होंने फेसबुक पर एक मार्मिक पोस्ट डाला है, जिसमें उन्होंने कहा है कि आज मैं अपनी धर्मपत्नी और हमारे बच्चों की मां से अनुरोध करता हूं कि वो सक्रिय राजनीति छोड़ दे, इस्तीफा दे दे। अब उनका ये पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
अंबिका और उनके पति अमिताव के बारे में हम और कुछ बताएं उससे पहले हम पढ़ लेते हैं पूरा पोस्ट—
#मुझे_भी_कुछ_कहना_है - 1
श्रीमती अम्बिका सिंह देव Ambica Singh Deo, Baikunthpur (कोरिया) की विधायक और छत्तीसगढ़ के संसदीय सचिव होने के साथ—साथ मेरी धर्मपत्नी भी हैं। पिछले 26 साल से (1996-2023)।
हम एक—दूसरे को जानते हैं 51 साल से (1972-2023),
हमारे दो बेटे भी हैं - 20 और 18 साल ( Aryaman Jay Ghosh और Aniruddha Ghosh)
आज मैं मेरी धर्मपत्नी और हमारे बच्चों की मां से अनुरोध करता हूं कि वे सक्रिय राजनीति छोड़ दें/इस्तीफा दे दें।
मैं उनके दोनों PA Shri Bhupendra Singh और Shri Vinay Jaiswal ji से भी अनुरोध करूंगा कि आप दोनों इस काम में उनकी सहायता करें।
पिछले 5 बरस से आप ही दोनों मेरी पत्नी के हर काम में साए की तरह साथ दिए हैं।
एक आखिरी बार दे दीजिए
हम हमारे परिवार के और से आप दोनों के हमेशा आभारी रहेंगे।
ये है अमिताव घोष की असली पहचान
अमिताव घोष की एकमात्र पहचान अंबिका सिंहदेव का पति होना ही नहीं है। वे एक बड़े बिजनेसमैन और एनआरआई हैं। वे यूनाइटेड किंगडम में रहकर अपना बिजनेस संभाल रहे हैं। उनके साथ उनके दोनों बेटे आर्यमन व अनिरुद्ध घोष हैं। जबकि उनकी पत्नी अंबिका सिंहदेव पिछले कुछ सालों से यहां कोरिया विलास में रह रही हैं।
अंबिका ने चाचा रामचंद्र से संभाली राजनीति की विरासत
अंबिका के निजी जीवन की बात करें तो वे छत्तीसगढ़ के पहले वित्तमंत्री रामचंद्र सिंहदेव की भतीजी हैं। उन्हें कोरिया के राजा कहा जाता था। वे अविभाजित मध्य प्रदेश में भी कैबिनेट मंत्री रह चुके थे। लेकिन, अंबिका इन सबसे दूर अपने पति के साथ विदेश में रह रही थीं। पिछले विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने अपने चाचा की राजनीतिक विरासत को संभालने की सोची और कांग्रेस ने बाकायदा उन्हें टिकट भी दिया, जिसमें उन्होंने तत्कालीन श्रम व खेल मंत्री रहे भैयालाल राजवाड़े को पराजित किया।
इसलिए चर्चा में आई थीं
हाल ही में पूर्व मंत्री भैयालाल राजवाड़े ने स्थानीय अफसरों के खिलाफ भाजपाइयों के धरना प्रदर्शन का नेतृत्व किया था। तब उन्होंने संसदीय सचिव अंबिका सिंहदेव पर जनता की उपेक्षा करने और उनकी समस्याओं से कोई वास्ता नहीं रखने का आरोप लगाया था। इस दौरान अपने संबोधन में भैयालाल ने अंबिका को लेकर अपशब्द तक कहे थे। इस मामले में भैयालाल राजवाड़े के खिलाफ स्थानीय कोतवाली थाने में कांग्रेसियों ने रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी।
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