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दसमी के खूंखार नक्सली से लेकर,सरकारी रिसोर्ट में रिसेप्शनिस्ट बनने तक की कहानी, जिसे प्यार किया वो मारा गया

 Newsbaji  |  May 24, 2022 09:09 PM  | 
Last Updated : Jan 06, 2023 10:18 AM

बस्तर। जिंदगी कब, क्या मोड़ ले और कौन का किस्सा जीवन के साथ जुड़ जाए, कई बार कहना मुश्किल होता है। लेकिन कहते हैं न कि अंत भला तो सब भला। कुछ ऐसा ही किस्सा बस्तर के चांदामेटा की रहने वाली दसमी कुहरामी का है। दसमी के हाथों ने कभी नक्सलियों के बहकावे में आकर बंदूक थाम ली थी। अब यही हाथ बस्तर घूमने के लिए पहुंच रहे पर्यटकों के स्वागत में जुड़ते हैं। कभी नक्सली सदस्य के रूप में पहचान रखने वाली दसमी की पहचान अब एक रिसेप्शनिस्ट के तौर पर बन गई है।

नक्सल संगठन के साथ 9 साल का सफर
दसमी कुहरामी 9 साल तक नक्सली के रूप में जीवन बिताकर आत्मसमर्पण करने वाली की कहानी नक्सलवाद और नक्सलियों के जीवन की कड़वी सच्चाई को बयां करती है। नक्सल प्रभावित इलाके चांदामेटा की दसमी अभावों में जीवन जी रही थी। ऐसे में अपने नाच-गाने के शौक को पूरा करने के लिए वह नक्सल समूह की चेतना नाट्य मंडली में शामिल हो गई। शुरुआत में वो नक्सल गतिविधियों की हकीकत से अनजान थी।

शादी वाले दिन पति की मुठभेड़ में मौत
दसमी की मुलाकात नक्सल गतिविधि में शामिल वर्गेश से हुई। दोनों में प्यार पनपा और कुछ समय बाद दोनों ने शादी कर साथ जीवन बिताने का फैसला किया। लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। दोनों ने साथ रहने के जो सपने संजोए ही थे। वह शादी के दिन ही बिखर गए। जिस दिन दसमी और वर्गेश की शादी हुई। उसी दिन कटेकल्याण में सुरक्षा बल के साथ हुए मुठभेड़ में वर्गेश मारा गया। लेकिन दसमी किसी तरह से बच गई।

नक्सली गतिविधि में संलिप्त रहते हुए हर वक्त भय में दिन काट रही थी। न घरवालों से मुलाकात हो पाती थी, न ही खुलकर जीवन जी पा रही थी। 9 साल तक कई तरह के बंधनों में रहने के बाद वर्ष 2020 में छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों से प्रभावित होकर दसमी ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का फैसला कर लिया। आत्मसमर्पण के बाद दसमी कुहरामी को प्रशासन ने समर्पण नीति का लाभ दिया, तो दसमी भी चांदामेटा लौट गई।

रिसॉर्ट में बन गई रिसेप्शनिस्ट
चित्रकोट इको टूरिज्म रिसॉर्ट में दसमी को रिसेप्शनिस्ट की नौकरी भी मिल गई और अब उसकी नई जिंदगी की नयी शुरुआत हो चुकी है। अब वह सम्मानजनक जिंदगी बिता रही है। इन सबके लिए दसमी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिलकर उनका आभार जताया है।

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