जांजगीर. छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले के पर्यटन स्थल शिवरीनारायण में तब लोगों की जान हलक पर अटक गई, जब उन्हें पता चला कि महिलाओं व बच्चों समेत 14 लोग महानदी के टापू पर फंस गए हैं. उन 14 लोगों का हाल क्या रहा होगा इसका अंदाजा उनके सकुशल वापस आने के बाद चेहरे को देखकर सहज लगाया जा सकता है. मोटरबोट के सहारे डेढ़ घंटे के रेस्क्यू के बाद सभी को बाहर निकाला जा सका.
बता दें कि शिवरीनारायण महानदी में शनिवार को नौका विहार करते शाम के समय में 2 नावों में सवार बिलासपुर और रायगढ़ के 14 पर्यटक टापू पर पहुंचे थे. इस बीच मौसम में भी तब्दीली आ गई थी. बारिश होने के साथ ही तेज अंधड़ चल रहा था. ऐसे में नाव को वापस नदी तट पर लाना संभव नहीं हो पा रहा था. तब नाविकों ने इसकी सूचना फोन के जरिए अपने परिचितों को दी. 14 पर्यटकों के टापू में फंसे होने की जानकारी फैलते ही हड़कंप मच गया. इसकी जानकारी पुलिस को दी गई. तब थाना प्रभारी विवेक पांडेय अपनी टीम के साथ ही नगरसेना के तैराक दल को लेकर नदी तट पर पहुंचे. तब तक सहयोग के लिए स्थानीय निष्ज्ञादराज नाविक कमेटी के सदस्य भी अपनी नाव व दूसरे सुरक्षा उपकरण लेकर पहुंच गए.
तूफान का बाधा, 8.30 बजे शुरू कर पाए रेस्क्यू
तैयारी दुरुस्त कर रेस्क्यू टीम नदी में उतरने को तो तैयार थे, लेकिन तेज हवा चलने से इसमें देरी हो रही थी. वे हवा की रफ्तार कम होने का इंतजार करते रहे. फिर जैसे ही रात के करीब साढ़े 8 बजे तूफान थमा तो मोटरबोट के सहारे टीम टापू तक पहुंची. इसके बाद बारी-बारी से फंसे हुए पर्यटकों को तट तक लाया गया.
3 बच्चे भी थे शामिल
बता दें कि टापू पर फंसे पर्यटकों में 3 बच्चे भी शामिल थे. सभी ने सकुशल बाहर आ जाने पर राहत की सांस ली. इसके साथ ही शहरवासी जो बड़ी संख्या में तट पर पहुंच चुके थे, उन्होंने भी राहत महसूस की. बता दें कि उनके आने तक वे भी भगवान से सभी पर्यटकों के कुशल मंगल की कामना कर रहे थे.
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