छत्तीसगढ़ के स्कूलों में प्रवेशोत्सव के दौरान विभिन्न कार्यक्रम होंगे.
रायपुर. छत्तीसगढ़ में सभी सरकारी स्कूल 16 जून से खुलेंगे. इसके साथ ही 15 जुलाई तक प्रवेशाेत्सव मनाया जाएगा. जबकि शुरुआती 10 दिनों में विशेष कार्यक्रम भी होंगे, जिनका शेड्यूल समेत गाइडलाइन स्कूल शिक्षा विभाग की ओर से जारी की गई है.
बता दें कि शाला प्रवेशोत्सव के दौरान ही स्कूलों में अतिथियों को आमंत्रित किया जाएगा, बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी जाएगी और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व स्कूल शिक्षा मंत्री डा. प्रेमसाय सिंह टेकाम के संदेश का वाचन किया जाएगा.
ये है 10 दिनी उत्सव का शेड्यूल
- पहला दिन: बच्चों का स्वागत, सुविधाओं का वितरण और संदेश वाचन.
- दूसरा दिन: युवाओं, माताओं, सेवानिवृत्त व्यक्तियों की बैठक, प्रभातफेरी, घर-घर संपर्क कार्यक्रम, नुक्कड़ नाटक का अभ्यास.
- तीसरा दिन: अप्रवेशी, प्रवेश योग्य बच्चे और अनियमित उपस्थिति वाले बच्चे हैं तो उन्हें शाला में प्रवेश दिलवाते हुए नियमित शाला आने के लिए आवश्यक वातावरण तैयार करना.
- चौथा दिन: बच्चों को रोजगार के अवसर से परिचित करवाना, आसपास का भ्रमण कराना, ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ नामक पुस्तक बच्चों को उपलब्ध कराना.
- पांचवां दिन: बच्चों को साधारण गणित के सवाल देकर बनाने का अभ्यास कराया जाएगा.
- छठवां दिन: खेलगढ़िया के अंतर्गत खेल सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी.
- सातवां दिन: स्कूलों में संचालित मुस्कान पुस्तकालय से बच्चों को अपनी इच्छा से पुस्तकें लेकर उन्हें पढ़ने, समझने और जोड़ी में पढ़ी गई पुस्तकों पर आपस में चर्चा करने का अवसर देना.
- आठवां दिन: आसपास के समुदाय के बड़े-बुजुर्गों को किसी एक स्थल में आमंत्रित कर बच्चों के छोटे-छोटे समूह में कहानी सुनाने का अवसर देना.
- नौवां दिन: समुदाय में बोली जाने वाली प्रचलित स्थानीय बोली-भाषा में सामग्री तैयार करने के लिए आवश्यक प्रक्रियाएं करना. बड़े-बुजुगों द्वारा सुनाई गई कहानियों और प्रचलित कहानियों पर स्थानीय भाषा में कहानी पुस्तकें तैयार कर प्रत्येक स्कूल के पुस्तकालय में रखवाना.
- दसवां दिन: अवकाश के अवसर पर अधिक से अधिक समुदाय के सदस्यों को पहले से आमंत्रित करते हुए कम से कम आधे दिन का कार्यक्रम आयोजित करना.