रायपुर. राजधानी के मठपुरैना स्थित बीएसयूपी हाउसिंग बोर्ड में एक परिवार द्वारा सुसाइड करने के मामले में ये बात सामने आई है कि तीनों सदस्यों ने पहले ही आत्महत्या कर ली थी, जिससे उनकी लाश सड़ने लगी थी. पुलिस ने उनका पीएम कराया है. इधर, सुसाइड नोट में कर्ज से परेशान रहने की बात सामने आने पर राजनीति भी शुरू हो गई है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी यानी पीसीसी चीफ दीपक बैज ने बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
बता दें कि टिकरापारा थाना क्षेत्र के मठपुरैना स्थित बीएसयूपी काॅलोनी ब्लाॅक 2 के फर्स्ट फ्लोर के मकान में 48 वर्षीय लखन लाल सेन अपनी पत्नी रानू सेन 42 वर्ष और 14 वर्षीय पुत्री पायल सेन के साथ रहता था. गुरुवार की सुबह उनके कमरे से तेज दुर्गंध आ रही थी. जबकि फ्लैट का दरवाजा तीन दिनों से अंदर से लाॅक था.
जब आसपास के लोगों को आशंका हुई तो वे बाहर से दरवाजा खटखटाने लगे. किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आने पर टिकरापारा पुलिस को सूचना दी. दोपहर में पहुंची पुलिस ने खिड़की खोलकर अंदर झांका तो उन्हें घर के अंदर परिवार के तीनों सदस्यों का शव रस्सी से लटका हुआ मिला था.
सुसाइड नोट में कर्ज का किया है जिक्र
पुलिस ने एफएसएल की टीम को बुलाया और दरवाजा खुलवाकर अंदर दाखिल हुई. शवों को फंदे से उतारकर उन्हें पीएम के लिए भेजा गया. साथ ही कमरे की तलाशी ली गई. इस दौरान उन्हें एक सुसाइड नोट मिला. इसमें आत्महत्या का कारण आर्थिक तंगी और कर्ज की बात लिखी गई थी. पुलिस ने उसे जब्त कर लिया है.
जांच कमेटी बनाएगी कांग्रेस
पीसीसी चीफ दीपक बैज का कहना है कि मौजूदा बीजेपी सरकार में कर्ज से डूबे हुए मामले बढ़े हैं. इसकी वजह से आत्महत्याएं भी बढ़ी हैं. कांग्रेस इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी गठित करेगी.
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