रायपुर. छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण और रासुका (राज्य सुरक्षा कानून) को लेकर सियासत तेज हो गई है. राज्य में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. रविवार को रायपुर में प्रदेश कार्यालय एकात्म परिसर में बीजेपी के आला नेताओं ने मीडिया से चर्चा की. नेताओं ने कांग्रेस सरकार पर रासुका लाकर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा- रासुका लगाने की तैयारी सरकार की तानाशाही रैवैया दिखाती है. प्रदेश में राज्य सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण का खुला खेल चल रहा है. रासुका लगाकर सरकार आदिवासी समाज की आवाज को दबाने की तैयारी में है. राज्य को आपातकाल में झोंकने की तैयारी सरकार कर रही है. भाजपा इसका विरोध करती है. भाजपा रासुका को लेकर जारी अधिसूचना का हर स्तर पर विरोध करेगी. ये बेहद घातक स्थिति है
धर्मांतरण विरोधी कानून लाएंगे
मीडिया से चर्चा करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने देश में आपातकाल लगाया. कांग्रेस की सरकार ने ही रासुका कानून बनाया. ये राष्ट्रीय सुरक्षा कानून नहीं बल्कि कांग्रेस सुरक्षा कानून है. इस कानून में किसी भी व्यक्ति को बगैर कारण बताए एक साल के लिए जेल में डाल सकती है. कांग्रेस ने आपातकाल लगाने की फिर से कोशिश की है. तुष्टिकरण की राजनीति कांग्रेस करती है. क्या कानून-व्यवस्था सरकार के नियंत्रण से बाहर हो गई है?
डॉक्टर सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के एजेंडे पर कांग्रेस काम कर रही है और मिशनरी के हाथों में खेल रही है. सरकार ने एक धर्म विशेष के सामने आत्मसमपर्ण कर दिया है. सोनिया गांधी के दबाव पर इस तरह रासुका लगाने का फैसला प्रदेश सरकार ने किया है. तमाम लोग आंदोलन कर रहे हैं, उन आंदोलनों से भी सरकार घबरा गई है और रासुका का भय सरकार दिखा रही है. क्या परिस्थिति हुई कि रासुका लगाना पड़ा? 12 दिन तक इस फैसले को जानबूझ कर सरकार ने छिपा कर रखा. छत्तीसगढ़ में अगर बीजेपी सरकार आयेगी तो धर्मांतरण विरोधी कानून बनाएगी.
बीजेपी के पास मुद्दा नहीं
रासुका लगाने की तैयारी और बीजेपी के आरोप पर कांग्रेस सरकार के वरिष्ठ मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि "भाजपा के पास कोई मुद्दा नहीं, कानून का पालन सभी को करना है. धर्मांतरण की कोशिश होगी तो उस पर रोक लगाने की कार्रवाई होगी. बीजेपी के लोग कानून का सम्मान नहीं कर रहे. अभी रासुका लगा नहीं इनके पेट में दर्द हो रहा. छत्तीसगढ़ के लोगों को बदनाम करने का काम बीजेपी कर रही है. बीजेपी के नेता बताए 15 साल में कितने चर्च बने. बीजेपी के लोग कभी राम मंदिर, कभी धर्मांतरण का आरोप लगाकर राजनीतिक रोटी सेंकने का काम करते हैं." बता दें कि नारायणपुर में पिछले करीब 2 महीने से धर्मांतरण को लेकर बवाल मचा हुआ है. जनवरी के पहले सप्ताह में इसको लेकर काफी हिंसा हुई. इसके बाद धार्मिक वैमन्यसता को लेकर हिंसा व अनैतिक गतिविधियों में शामिल लोगों को रासुका के दायरे में लाने के निर्देश सरकार द्वारा सभी कलेक्टर को दिए गए हैं.
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