रायपुर. हिट एंड रन कानून के विरोध में हैवी वाहन चालकों के साथ ही अन्य चालक भी देशभर में प्रदर्शन कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ में भी इसी तरह के हालात हैं. ऐसे में जरूरत के सामान, सब्जियां आदि की सप्लाई प्रभावित हो गई हैं. इधर, डीजल-पेट्रोल टैंकर चालक भी आंदोलन में शामिल हैं. यही वजह है कि पेट्रोल पंपों में सप्लाई नहीं होने से एक-एक कर ये ड्राई हो रहे हैं. जहां पेट्रोल मिल रहा है, वहां भीड़ इतनी कि बार-बार विवाद की स्थिति बन रही है.
बता दें कि राजधानी रायपुर से लेकर दुर्ग-भिलाई, बिलासपुर, सरगुजा और बस्तर संभाग में इसी तरह के हालात हैं. 2 दिन पहले से ही लोगों के मन में इसे लेकर डर बैठ गया था. लिहाजा पेट्रोल पंपों में भीड़ बढ़ने लगी थी.
सोमवार को उनकी संख्या और बढ़ गई और पेट्रोल पंपों में कतार लगी हुई थी. जबकि मंगलवार को हालात और विपरीत हो गए हैं. ऐसे में कई पेट्रोल पंप सूखे हो गए हैं. ऐसे में जिन पंपों में पेट्रोल मिल रहा है वहां गाड़ियों की कतार लग गई है.
ये है आंदोलन की वजह
हाल ही में संसद से पारित 3 नए कानून को लेकर बवाल मचा हुआ है. इसमें आईपीसी की जगह तैयार भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 104 में हिट एंड रन का जिक्र है. इसमें लापरवाही से मौत का कारण के लिए दंडात्मक कार्रवाई का प्रावधान है. यानी वाहन चालक एक्सीडेंट कर भाग जाते हैं तो आरोपी चालक को 2 की जगह 10 साल की सजा और भारी-भरकम जुर्माने की सजा भुगतनी होगी. वाहन चालक जो विरोध कर रहे हैं, उनका कहना है कि यह जबरदस्ती उन पर थोपा गया है.
साथ ही इस पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया है. चालक किसी तरह की मदद करने जाता है तो उसे भीड़ के गुस्से का सामना करना पड़ सकता है. इन सबको सोच-विचारकर कानून बनाया जाए. इसी के विरोध में ये प्रदर्शन देशभर में जारी है.
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