Saturday ,October 19, 2024
होमछत्तीसगढ़पं. प्रदीप मिश्रा के कथा स्थल पर चेन स्नेचिंग, भीड़ इतनी कि पंडाल में नहीं मिली जगह, धूप में बैठकर सुनी कथा...

पं. प्रदीप मिश्रा के कथा स्थल पर चेन स्नेचिंग, भीड़ इतनी कि पंडाल में नहीं मिली जगह, धूप में बैठकर सुनी कथा

 Newsbaji  |  Apr 25, 2023 05:11 PM  | 
Last Updated : Apr 25, 2023 05:11 PM
भिलाई के जयंती मैदान में प्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा शिवपुराण की कथा सुना रहे हैं.
भिलाई के जयंती मैदान में प्रसिद्ध कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा शिवपुराण की कथा सुना रहे हैं.

भिलाई. छत्तीसगढ़ के भिलाई में प्रसिद्ध कथावाचक और शिवपुराण अध्येता पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा मंगलवार से शुरू हो गई है. पहले दिन ही प्रदेश समेत आसपास के राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा सुनने के लिए पहुंचे. भीड़ इतनी कि पंडाल में जगह नहीं मिली तो कई लोग बाहर धूप में खड़े होकर कथा सुनते रहे. इस बीच असामाजिक तत्‍व व आपराधिक प्रवृत्ति के लोग भी वहां सक्रिय हो गए हैं, जिन्होंने एक महिला के गले से सोने की चेन पार कर दी.

बता दें कि भिलाई के जयंती मैदान में चल रही कथा में अन्य श्रद्धालुओं के साथ ही हाउस‍िंग बोर्ड कॉलाेनी निवासी पीड़ित महिला भी पहुंची थी. भीड़भाड़ के बीच सक्रिय चोर ने उनके गले से सोने की चेन पार कर दी. बाद में उन्हें इसका पता चला. तब उन्होंने मामले की शिकायत थाने में की है.

दूसरे राज्यों से भी पहुंचे श्रद्धालु
सिहोर के कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की ख्याति देश के विभिन्न राज्यों तक है. भिलाई में चल रही कथा में भी छत्तीसगढ़ के विभिन्न शहरों के अलावा ओडिशा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात समेत कई अन्य राज्यों से भी श्रद्धालु पहुंचे हुए हैं. इसके चलते श्रद्धालुओं के बैठने के लिए जो पंडाल तैयार किया गया है, वह भी छोटा पड़ गया. ऐसे में बड़ी संख्या में लोगों को पंडाल के बाहर खुले में धूप के बीच खड़े होकर  बैठकर कथा सुननी पड़ी.

व्यापारियों ने की अव्यवस्था की शिकायत
कथा स्थल पर ही अयोध्या, भोपाल समेत कई अन्य जगहों के व्यापारी भी पहुंचे हैं जो धार्मिक पुस्तकों, पूजन सामग्रियों आदि की बिक्री कर रहे हैं. उन्होंने यहां अव्यवस्था की शिकायत की है. उनका कहना था कि भीड़ और धूप दोनों से उन्हें दिक्कत हो रही है.

admin

Newsbaji

Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft