धमतरी. छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में हृदय विदारक घटना सामने आई है, जहां महिला और उसकी 13 साल की बेटी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है. ये कदम उठाने से पहले उसने रात में इंस्टाग्राम पर 2 स्टोरी शेयर की थी, जिसमें ये संकेत थे, सुबह दोनों की लाश मिली. महिला के भाई ने भी बीते सितंबर माह में आत्महत्या की थी, माना जा रहा है कि ये सदमा वह बर्दाश्त नहीं कर पाई होगी. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
बता दें कि कोतवाली थाना क्षेत्र के शिव चौक के पास ये हृदयविदारक घटना सामने आई है. यहां रहने वाली 38 वर्षीय खुशबू शर्मा और उनकी 13 वर्षीय बेटी अंतरा शर्मा ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है. खुशबू शर्मा, तलाकशुदा थी और अपनी बेटी अंतरा के साथ अपनी मां के घर पर रह रही थी.
उनकी पारिवारिक स्थिति पहले ही कठिनाइयों से भरी हुई थी, लेकिन सितंबर 2023 में एक और दुखद घटना ने उनके जीवन को और अधिक अंधकारमय बना दिया. खुशबू के 28 वर्षीय भाई आकाश मिश्रा ने रिवाल्वर से खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. इस घटना ने खुशबू को गहरे सदमे में डाल दिया था.
सोशल मीडिया पर अंतिम संकेत
आत्महत्या से पहले, खुशबू ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर दो स्टोरीज शेयर कीं, जो उनकी मानसिक स्थिति को बयां कर रही थीं. पहली स्टोरी में लिखा था, “यहां कुछ भी ठीक नहीं है, अंत में सिर्फ अंतिम संस्कार होता है.” यह संदेश उनके जीवन में चल रही निराशा और टूटन को साफ तौर पर दर्शा रहा था. दूसरी स्टोरी में लिखा था, “तू आएगा ही नहीं तो तुझे बुलाऊं कैसे, तू समझना ही नहीं चाहता तो तुझे समझाऊं कैसे.” इन स्टोरीज से जाहिर होता है कि खुशबू अपने भाई की मौत से उबर नहीं पा रही थी और इस गहरे दुख से जूझ रही थी.
आत्महत्या का दिल दहला देने वाला निर्णय
खुशबू और अंतरा ने जिस प्रकार से अपनी जान ली, उसने पूरे धमतरी को झकझोर कर रख दिया है. खुशबू की बूढ़ी मां, जो अब इस घर में अकेली रह गई हैं, उनके लिए यह सदमा असहनीय है. अपनी बेटी और नातिन को इस तरह खो देने का दर्द उनकी आंखों में साफ झलकता है.
पुलिस और समाज का कदम
पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया है और मामले की जांच कर रही है. इस त्रासदी से यह स्पष्ट होता है कि मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक समर्थन की कितनी जरूरत है. इस घटना ने समाज को यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि कैसे मानसिक तनाव और पारिवारिक कठिनाइयों से जूझ रहे लोगों की मदद की जा सकती है.
समर्थन की जरूरत
यह घटना केवल खुशबू और अंतरा के परिवार के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश है. यह हमारे सामने यह सवाल खड़ा करती है कि हम अपने आसपास के लोगों की मानसिक स्थिति के प्रति कितने सचेत हैं और उन्हें किस प्रकार का समर्थन प्रदान कर सकते हैं. खुशबू और अंतरा की आत्महत्या ने हमें यह याद दिलाया है कि मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी नहीं की जा सकती और यह समाज के हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह दूसरों के मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील बने.
रुंगटा पब्लिक स्कूल में दो दिवसीय रूंगटा यूथ सम्मेलन, नीति निर्माण में होगा लाभकारी
भिलाई की स्मृति नगर चौकी पर पथराव, पुलिस ने 14 लोगों पर दर्ज किया मामला
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft