रायपुर. छत्तीसगढ़ में कथित शराब घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी जांच कर रही है. इस मामले में पूछताछ के लिए आईएएस अनिल टूटेजा व विपणन संघ के तत्कालीन मैनेजिंग डायरेक्टर अरुनपति त्रिपाठी को लगातार समंस भेजे जाने के बाद भी वे ईडी के दफ्तर में पेश नहीं हुए. ऐसे में ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर ने छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव को पत्र लिखा है और कहा है कि वे राज्य के प्रशासनिक मुखिया होने के नाते टूटेजा व त्रिपाठी को उपस्थित होने का अनुरोध करें.
बता दें कि प्रदेश में कथित शराब घोटाले का ये मामला तब सामने आया था, जब आयकर विभाग ने कई शराब कारोबारियों, नेताओं और अफसरों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इस दौरान मनी लॉन्ड्रिंग, शराब की हेराफेरी, आबकारी व शराब उत्पादकों, सप्लायरों के साथ अफसरों की मिलीभगत जैसे खुलासे किए गए. मनी लॉन्ड्रिंग का केस आने पर आईटी ने मामले को प्रवर्तन निदेशालय को सौंप दिया.
जब्त किए दस्तावेजों व जब्त अवैध संपत्तियों की जांच की बीना पर छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कॉर्पोरेशऩ के एमडी अरुनपति त्रिपाठी और वाणिज्य एवं उद्योग विभाग के संयुक्त सचिव अनिल टूटेजा का भी नाम आया. लिहाजा उन दोनों को भी नोटिस जारी कर पेश होने के लिए कहा गया. लेकिन, वे दोनों लंबे समय तक ईडी के दफ्तर में पेश नहीं हुए हैं. लिहाजा उन्हें बार-बार समंस जारी किए जा रहे हैं.
इन तिथियों पर नहीं हुए पेश
बता दें कि ईडी की ओर से मुख्य सचिव को भेजे पत्र में जिक्र किया गया है कि मार्केटिंग कार्पोरेशन के एमडी त्रिपाठी को 12 अप्रैल 2023 को पेश होने के लिए समन भेजा गया था. इसी तरह टूटेजा को पहले 4 अप्रैल, फिर 8 अप्रैल, 11 अप्रैल और अब 14 अप्रैल को पेश होने के लिए कुल 4 समंस भेजे गए. इसके बाद भी वे पेश नहीं हुए.
असिस्टेंट डायरेक्टर ने लिखा पत्र
दोनों अफसरों को ईडी के रायपुर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय में उपस्थित होना है. लेकिन, बार-बार समंस के बाद भी पेश नहीं हाेने पर ईडी के असिस्टेंट डायरेक्टर ठंडीलाल मीणा ने मुख्य सचिव को ये पत्र लिखा है. इसमें राज्य के प्रशासनिक मुखिया होने के नाते दोनों को पेश होने का अनुरोध करने की बात कही गई है.
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