नेशनल डेस्क/रायपुर. हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर देखने को मिल रहा है. वहां 24 घंटे के भीतर बारिश, बादल फटने और लैंड स्लाइड जैसी अलग-अलग घटनाओं में 33 लोगों की मौत हो चुकी है. बारिश थमने का नाम नहीं ले रही है. इधर, छत्तीसगढ़ में करीब एक सप्ताह के इंतजार के बाद रायपुर में तेज तो बस्तर में रिमझिम बारिश हो रही है.
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में पिछले 2 दिनों से बारिश हो रही है. जबकि पिछले 24 घंटे से यह लगातार जारी है. यह इतनी तेज है कि इस पहाड़ी राज्य में कई जगहों पर लैंड स्लाइड हुए हैं. वहीं सोलन में बादल फटा है और टनों मलबे में कई लोग दबे भी हैं. इन सबके चलते ये मौतें हुई हैं. राज्य सरकार व स्थानीय प्रशासन बचाव व राहत कार्य में जुटी हुई है. वहीं इस आपदा के चलते स्वतंत्रता दिवस समारोह को भी स्थगित कर दिया गया है.
इन हादसों में यहां हुई मौत
रेस्क्यू जारी
सिलसिलेवार जारी बारिश के बीच रेस्क्यू ऑपरेशन में खासी दिक्कतें हो रही हैं. दरअसल, शिव बावड़ी मंदिर में मलबे में करीब 25 लोग दबे हैं, जिन्हें निकालने का प्रयास जारी है. लेकिन, SDRF, ITBP, पुलिस व स्थानीय लोगों के इस रेस्क्यू में बारिश बड़ी बाधा बन गई है.
छत्तीसगढ़ में राहत की बारिश
एक ओर, हिमाचल प्रदेश में बारिश आफत बन गई है तो वहीं छत्तीसगढ़ में यह राहत बनकर आई है. राजधानी रायपुर में सुबह से बादल छाए हुए थे. फिर दोपहर में झमाझम बारिश शुरू हो गई. इससे गर्मी व उमस से काफी हद तक राहत मिली है. इधर, बिलासपुर में भी बादल छा गए हैं. वहीं बस्तर संभाग में रिमझिम बारिश की सूचना है.
उत्तरी छत्तीसगढ़ में जीवनदान
उत्तरी छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा संभाग में इस बार बेहद कम बारिश के चलते सूखे जैसे हालात निर्मित हो रहे थे. यहां की फसलों के लिए बारिश जीवनदान साबित हुई है. बलरामपुर, राजपुर, शंकरगढ़, कुसमी व आसपास के इलाकों में 3 सेंटीमीटर तक बारिश रिकॉर्ड की गई है.
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