रायपुर. छत्तीसगढ़ में बीजेपी शासनकाल में हुए चर्चित इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक घोटाला मामले में सुनवाई हुई है. इसमें जज ने पेशी पर नहीं आने पर मामले से जुड़े उद्योगपतियों, कारोबारियों व राजनेताओं समेत 44 लोगों को नोटिस जारी किया है. सभी को 11 अगस्त तक कोर्ट में पेश होना होगा.
दरअसल, शनिवार को ये सुनवाई हुई है, जिसके बारे में रविवार को डिप्टी एडवोकेट जनरल संदीप दुबे ने पत्रकारों से चर्चा की. इसमें उन्होंने बताया कि इंदिरा प्रियदर्शनी बैंक में हुए करोड़ों के घोटाला मामले की जांच जारी है. जल्द इससे जुड़े लोगों के नाम सामने आ जाएंगे. कोर्ट में न्यायाधीश भूपेंद्र वासनीकर ने सुनवाई की डीएजी संदीप दुबे ने कोर्ट को बताया कि घोटाले से जुड़े आरोपी कोर्ट की पेशी में नहीं आ रहे हैं. तब जज ने संज्ञान लिया. साथ ही उन्हें पेश होने के लिए नोटिस जारी कर अल्टीमेटम दिया.
कोर्ट को देंगे घोटालेबाजों की जानकारी
संदीप दुबे ने बताया कि कोर्ट के समक्ष हमने अपनी बात रखी है. घोटाले में पहले से दर्ज आरोपियों को लेकर चर्चा जरूर हुई है. हालांकि इस मामले में और भी कई लोगों के नाम सामने आए हैं. लेकिन, उन्हें लेकर अभी कोर्ट के सामने जानकारी नहीं दी है. कुछ और तैयारियों के साथ उनके नामों का भी खुलासा किया जाएगा.
ये है मामला
बता दें कि प्रियदर्शिनी बैंक घोटाला मामले में छत्तीसगढ़ के अलावा महाराष्ट्र के चार उद्योगपतियों का नाम शामिल हैं. इनके खाते में घोटाले का पैसा जमा हुआ है. पुलिस के अनुसार इंदिरा बैंक से निकाला गया पैसा अलग-अलग खातों में जमा किए गए थे. जांच के दायरे में ऐसी 16 कंपनियां है. वर्ष 2006 में मामला सामने आया. तब पता चला कि यहां कुल 54 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था.
नार्को टेस्ट में आए थे बड़े नेताओं के नाम
बाद में कोतवाली पुलिस ने बैंक मैनेजर उमेश सिन्हा का नार्को टेस्ट कराया. इसमें मैनेजर ने कई प्रभावशाली नेताओं का नाम लिया था. साथ ही बताया था कि उन्हें पैसे दिए गए थे.
भिलाई की स्मृति नगर चौकी पर पथराव, पुलिस ने 14 लोगों पर दर्ज किया मामला
शबरी पार छत्तीसगढ़ दाखिल हो रहे नक्सली का एनकाउंटर, एक जवान भी घायल
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft