बालोद. छत्तीसगढ़ के बालोद जिले में डौंडी ब्लॉक के ग्राम ओडगांव के प्रधानपाठक देवेंद्र कुमार ठाकुर (57) ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना का संबंध वन विभाग में वनरक्षक और भृत्य की नौकरी दिलाने के नाम पर 23 लाख रुपये की धोखाधड़ी से जुड़ा है. पुलिस को सुसाइड नोट मिला है, जिसमें चार लोगों को मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है, जिनमें पूर्व वनमंत्री अकबर भी शामिल हैं. पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है.
देवेंद्र ठाकुर ने आत्महत्या से पहले 14 अगस्त को डौंडी थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था. शिकायत में उन्होंने गरियाबंद निवासी मदार खान को 23 लाख रुपये देने की बात स्वीकार की थी. मृतक के रिश्तेदारों ने यह रकम नौकरी दिलाने के लिए दी थी. पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, 25 अगस्त तक पैसे लौटाने का समय दिया गया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि 9 जुलाई 2022 को रायपुर के नटराज होटल में साक्षात्कार लिया गया था, जिसमें हरेंद्र नेताम और मदार खान उपस्थित थे. सभी पीड़ितों से रकम देवेंद्र ठाकुर के माध्यम से ली गई थी. मृतक ने सुसाइड नोट में चार लोगों को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए लिखा कि ठगे गए पैसे अब लीलाराम कोर्राम को दिलाने होंगे.
पुलिस मामले की जांच कर रही है और सुसाइड नोट में जिन लोगों का जिक्र किया गया है, उनकी संलिप्तता की जांच की जाएगी. ग्रामीणों का दावा है कि अगर निष्पक्ष जांच हुई, तो पीड़ितों की संख्या और ठगी की रकम बढ़ सकती है.
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