रायपुर। छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में कुनकुरी वन परिक्षेत्र के ग्राम अंबाचुआ के ईंटभट्ठे के पास शनिवार की सुबह एक साइकिल सवार युवक को गुस्साए हाथी ने पटक कर मार दिया। जिससे मौके पर ही युवक की मौत हो गई। इस घटना के बाद आस-पास के गांव वालों के मन में हाथियों को लेकर दहशत बढ़ गई है।
ग्रामीण रात को जागकर अपनी सुरक्षा में जुटें
जानकारी के अनुसार, एनएच से लगे कंडोरा की बस्ती में शुक्रवार की रात को एक दंतैल हाथी घुस आया था। रातभर ग्रामीण इस दंतैल को भगाने में जुटे रहे। दंतैल को बस्ती में घुसने से रोकने के लिए ग्रामीणों ने उसके पास पटाखे जलाकर फेंके। ग्रामीणों द्वारा बम की बत्ती जलाकर हाथी की ओर फेंका गया ताकि पटाखे की आवाज से हाथी दूर भाग जाए। इससे हाथी और गुस्से में आ गया था और जोर-जोर से चिंघाड़ने लगा।
पूरी घटना
सुबह-सुबह हाथी ग्राम कंडोरा के गोकुलधाम बागान के पास पहुंचे थे। उसी बीच हाथी को तालाब के पास एक युवक दिखा। रास्ते में ईंट भट्ठे के पास तालाब में वह गुड़ाखू करने के लिए रुका था। उसी दौरान हाथी ने पीछे से आकर उसे सूंड में लपेट लिया और जमीन पर पटक दिया। युवक की मौके पर ही मौत हो गई। मृत युवक की पहचान कुड़केल निवासी विश्वनाथ राम के रूप में की गई। बताया जा रहा है कि वह शुक्रवार को पास के ही गांव में मेहमानी आया था।
सुबह ग्रामीणों ने तालाब में लाश को देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस के साथ वन विभाग के एसडीओ व अन्य कर्मचारी भी मौके पर पहुंचे। तालाब के पास हाथियों के पांव के निशान देखकर यह तय हो गया कि युवक को हाथी ने मारा है।
मानव और हाथी के बीच लड़ाई जारी
जानकारी के अनुसार, प्रदेश में पिछले 3 सालों के दौरान करीब 200 लोगों की जान हाथियों ने ले ली है, जबकि ग्रामीणों के अपने बचाव के लिए करंट लगाए जाने के कारण कई हाथियों की भी जान जा चुकी है। खासकर रायगढ़, धरमजयगढ़, कोरबा, महासमुंद, जशपुर के इलाके सबसे ज्यादा हाथी प्रभावित हैं।
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