धमतरी. सीतानदी उदंती टाइगर रिजर्व एरिया में आने वाले नगरी सिंहावा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले छह 25 गांवों के लोग सड़क, पानी जैसी मूलभूत जरूरतों के लिए जूझ रहे हैं. टाइगर रिजर्व और उससे पहले अभयारण्य के रूप में संरक्षित क्षेत्र होने के कारण इस इलाके में नई सड़कें नहीं बनाई जा सकती. इसी तरह बिजली, पानी जैसी आम जरूरतों की चीजें भी उनके लिए दूभर हो गई हैं. अंतत: 25 गांवों के 600 से ज्यादा लोगों का हुजूम पैदल ही धमतरी के लिए निकल पड़ा. सोमवार को पुलिस की सख्त घेराबंदी को भी तोड़ते हुए वे कलेक्टोरेट पहुंच गए और कार्यालय का घेराव करते हुए सड़क पर बैठ गए. इसमें पुरुषों से ज्यादा महिलाओं की संख्या नजर आ रही थी, उनके बच्चे भी साथ थे.
बता दें कि मूलभूत बुनियादी सुविधाओं से वंचित नगरी सिंहावा क्षेत्र के रिसगांव, करही, खल्लारी, फरसगांव पंचायत के लोगों ने अभ्यारण्य संघर्ष समिति के बैनर तले अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन शुरू किया था. स्थानीय स्तर पर बात नहीं बनी. तब उन्होंने 20 मार्च को धमतरी शहर में रैली निकालने का ऐलान कर दिया था. उसी के अनुरूप यहां पुलिस और प्रशासन ने उन्हें रोकने के तगड़े इंतजाम कर रखे थे. सभी ग्रामीण 19 मार्च को को रिसगांव क्षेत्र से शाम पांच बजे कुम्हड़ई माता मंदिर पहुंचे. इसके बाद सोमवार को सुबह 8 बजे से 12 बजे के बीच सिंहावा चौक से होते हुए पैदल मार्च करते हुए कलेक्टोरेट की ओर कूच किया. रास्ते में पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें रोकने का खासा प्रयास किया लेकिन, इसे पार करते हुए लोग आखिरकार कलेक्टोरेट पहुंच गए. यहां वे सड़क जाम कर धरने पर बैठ गए हैं.
ये हैं असर समस्याएं
जानकार के मुताबिक नगरी सिहावा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत रिसगांव, करही, फरसगांव, खल्लारी के लोग बीते शुक्रवार को भी कलेक्टोरेट पहुंचे थे. इस दौरान कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपकर आंदोलन की बात कही थी. उनका कहना है कि आजादी के 75 साल बाद भी उन्हें गांव में मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पाई है. इसके कारण रहवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. उनकी मांग है कि अभ्यारण्य क्षेत्र के चारों पंचायत में बिजली की व्यवस्था तत्काल की जाए. अरसीकन्हार से गरहाडीही जंक्शन तक और गहनासियार से चमेदा तक प्रधानमंत्री सड़क का निर्माण किया जाए. अभ्यारण्य क्षेत्र में तेंदूपत्ता संग्रहण केंद्र को फिर चालू किया जाए. रिसगांव व खल्लारी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और चारों पंचायत में नलजल योजना के तहत टंकी निर्माण करने की मांग की है. पेसा कानून, ग्रामसभा 5वीं अनुसूची लागू करने, सीतानदी अभ्यारण्य को हटाने जैसी मांगें भी शामिल हैं.
चुनाव बहिष्कार की दी धमकी
इस दौरान समिति के पदाधिकारियों ने प्रशासन से दो टूक कहा है कि उनकी जरूरतों की अनदेखी करते हुए मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे शांत नहीं बैठेंगे. तब उन्होंने पंचायत ही नहीं, विधानसभा और लोकसभा चुनाव का भी बहिष्कार करेंगे. इसके अलावा चरणबद्ध तरीके से आंदोलन को और बड़ा रूप देंगे.
यहां देखें वीडियो:
सीतानदी रिजर्व क्षेत्र से पहुंचे लोगों ने पुलिस का घेरा तोड़कर धमतरी में प्रवेश किया और धरने पर बैठ गए#Dhamtari #Seetanadi #Newsbajihttps://t.co/GV1cUBNC0d pic.twitter.com/luc87UHXxy
— NewsBaji (@NewsBaji) March 20, 2023
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