बीजापुर. जंगल के मांसाहारी जानवर हों या फिर शिकारी, उनके आसान शिकार कहें या फिर इंसानों को देखते ही कुलांचे मारकर भागने वाले. हिरण के व्यवहार के चलते ही उसे जंगल का बेहद निरीह प्राणी माना जाता है. लेकिन, बीते रविवार को छत्तीसगढ़ के बीजापुर में जंगल के अंदर हिरण द्वारा 2 महिलाओं पर जानलेवा हमला कर एक की जान ले लेने की घटना ने वन्य विशेषज्ञों को भी हैरत में डाल दिया है. यही वजह है कि वन अफसरों ने मामले की जांच का निर्णय लिया है.
बता दें कि घटना बीते रविवार को बीजापुर जिले के उसूर ब्लाक के वनांचल गांव सेमलडोडी से लगे जंगल में हुई है. यहां गाय व बकरी चराने जंगल गई दो महिलाओं अनिता ताती (62 वर्ष) और सोढ़ी पोज्जे (60वर्ष) पर हिरण ने हमला कर दिया. तभी दोपहर 2 से 3 बजे के बीच अचानक एक सींगधारी हिरण ने उन दोनों पर जानलेवा हमला कर दिया. इस हमले में अनिता की मौके पर ही मौत हो गई थी. जबकि सोढ़ी पोज्जे गंभीर रूप घायल हो गई थी.
जिला अस्पताल में चल रहा इलाज
घायल महिला की हालत भी बेहद गंभीर है. ऐसे में उसे पहले तो इलमिडी में भर्ती कर प्रारंभिक इलाज कराया गया. बाद में में उसकी हालत को देखते हुए जिला अस्पताल बीजापुर रेफर करना पड़ा. वहां उसका इलाज किया जा रहा है.
आश्चर्य में वन अफसर
इस मामले को लेकर वन अफसरों को भी समझ नहीं आ रहा है. उनका कहना है कि हिरण बेहद चौकन्ने और डरपोक प्रवृत्ति के होते हैं. किसी भी तरह की आहट होने पर सतर्क हो जाते हैं और आमतौर पर भागने का प्रयास करते हैं. लेकिन, इस मामले में बिना किसी प्रतिक्रिया के इस तरह हिंसक बर्ताव करना उनके समझ से परे लग रहा है. यही वजह है कि वन अफसर मौके पर भी जांच करने की बात कह रहे हैं ताकि उनके व्यवहार का आंकलन कर घटना की सच्चाई जान सकें. इसके अलावा हिंसक हिरण की प्रवृत्ति को लेकर भी जांच हो सके. इधर, पीड़ितों को मुआवजा भी देने की बात कही गई है.
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