रायपुर. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस समय 90 विधानसभाओं के दौरे पर है और वो अपने दौरे को लेकर सुर्खियों में है। दरअसल, उन्होंने सरगुजा संभाग से अपने दौरे की शुरुआत की। लेकिन यहां पर प्रशासनिक लापरवाही इस कदर उनको देखने को मिली कि चार दिन के दौरे में सात अधिकारियों को काम में लापरवाही बरतने के कारण निलंबित कर दिया है।
मुख्यमंत्री ने अपने दौरे के पहले दिन सामरी विधानसभा के कुसमी में मुख्य नगर पालिका अधिकारी को निलंबित कर दिया था। अगले दिन उन्होंने रामानुजगंज विधानसभा के सनावल की चौपाल में जल संसाधन विभाग के एक एग्जिक्यूटिव इंजीनियर को निलंबित किया। शुक्रवार को उन्होंने एक पटवारी, दो DFO और एक फारेस्ट रेंजर को निलंबित करने का निर्देश दिया था और शनिवार को हुई कार्यवाही को मिलाकर अब तक सात अधिकारी-कर्मचारी को निलंबित कर चुके है।
प्रशासनिक कसावट के निर्देश
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा है कि अगर किसी गरीब को राशन कार्ड नहीं मिल पा रहा है तो यह हमारी गलती है। समस्या है तो वरिष्ठ अधिकारियों को बताइए। जनता के प्रति जवाबदेह बनिए। लोगों से उनकी भाषा में बात करिए, उनको अच्छा लगेगा। गुड गवर्नेंस का यही तरीका है। अगर प्रशासनिक तंत्र सही ढंग से काम करेगा तो इससे सरकार व पूरी सरकार की छवि बनती है।
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