रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने झीरम मामले में पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के बयान और राज्य सरकार व कांग्रेसियों पर लगाए आरोप पर बड़ी बात कह दी है. उन्होंने सीधे कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, आईपीएस मुकेश गुप्ता और जो आरोप लगा रहे हैं वे मंत्री यानी अजय चंद्राकर का नार्को टेस्ट हो जाए. यदि वे चाहते हैं तो कवासी लखमा का भी नार्को टेस्ट करा देंगे.
दरअसल, पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कांग्रेस व प्रदेश सरकार पर आरोप लगाते हुए सरकार द्वारा जांच आयोग के कार्यकाल को छह माह के लिए बढ़ाने पर सवाल खड़े किए थे. अपने बयान में उन्होंने कहा था कि ये जांच काे टालने और झीरम पर राजनीति करने वाला कदम है. झीरम की जांच और सत्य तो सामने है. इस मामले में जांच आयोग बनाने की जरूरत ही नहीं है. उन्हें राजनीति करनी है. जांच की रिपोर्ट सही समय में आएगी तो कांग्रेसी आखिर राजनीति किस मुद्दे पर करेगी, और जितने भी जांच आयोग और कमेटी बनी कभी किसी की रिपोर्ट सामने ही नहीं आई.
प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा पर भी आरोप लगाते हुए कहा था कि वे झीरमकांड के प्रत्यक्षदर्शी हैं. उनसे इस्तीफा दिलवाकर पूरी पूछताछ की जानी चाहिए. लखमा प्रत्यक्षदर्शी हैं, घटना में शामिल हैं, वे जिसे दोषी बताएं उसे फांसी पर चढ़ा दें, मुझे दोषी बताएं तो मुझे फांसी पर चढ़ा दिया जाए झीरम मामले में. वहीं इस पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि एनआईए जांच कर रही है, आयोग है वह फैक्ट फाइंडिंग नहीं करती, बल्कि जांच एजेंसी करती है.
हमें दें जांच करने का परमिशन
सीएम भूपेश बघेल ने आगे कहा कि यदि ये केंद्रीय जांच एजेंसियां जांच करना चाहते हैं तो करें और असली तथ्य सामने लाएं. नहीं कर सकते तो हमें इसका परमिशन दिया जाए. हम तो इसके लिए पत्र भी लिख रहे हैं. यहां जब गृह मंत्री आए थे तभी हमने मांग रखी थी और एनआईए को भी पत्र लिखा था. इसी कड़ी में उन्होंने नार्को टेस्ट की भी बात कह दी.
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