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छत्तीसगढ़: यूकां राष्ट्रीय सचिव ने युवा भागीदारी पर खुलकर की बात, धर्मांतरण मुद्दे को यूं टाल गईं

 Newsbaji  |  Jan 11, 2023 03:07 PM  | 
Last Updated : Jan 11, 2023 03:07 PM
priyanka sarasar
priyanka sarasar

रायगढ़। भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस की सहप्रभारी प्रियंका सारसर बुधवार को रायगढ़ के लैलूंगा प्रवास पर पहुंची। यहां उन्होंने पत्रकारों से चर्चा के दौरान चुनाव में युवाओं की भागीदारी और बेरोजगारी भत्ते पर खुलकर अपनी बात रखी। लेकिन, जैसे ही उनसे प्रदेश में गहराते धर्मांतरण के मामले पर सवाल किया गया, वे उसे यूं टाल गईं। एक शब्द भी इसके लिए बोलने को वे तैयार नहीं हुईं और नई—​नई जिम्मेदारी मिलने का हवाला देतीं नजर आईं।

आपको बता दें कि प्रियंका सारसर को आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर युवाओं को पार्टी से जोड़ने और यूथ संगठन को मजबूत करने के लिए बिलासपुर और सरगुजा संभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी के तहत वे दोनों संभागों के अंदरूनी इलाकों की नब्ज टटोलने और मुआयना करने के लिए दौरे पर हैं। इस कड़ी में वे बुधवार को रायगढ़ जिले के लैलूंगा पहुंची हुई थीं। यहीं पर उन्होंने पत्रकारों से चर्चा की। बेरोजगारी भत्ते को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस पर विचार किया जाएगा। लेकिन, इस बीच उन्हें याद दिलाया गया कि ये सरकार के चार साल बाद की स्थिति है। तो वे इसे चर्चा की बात कहते हुए ही टाल गईं। फिर उन्होंने ये भी कहा कि आगामी चुनाव में युवाओं की भागीदारी बढ़ेगी। साथ ही चुनाव में अवसर मिलने की बात भी उन्होंने कही। इस बीच जब उनसे कहा गया कि प्रदेश में धर्मांतरण का मुद्दा गंभीर होता जा रहा है। आपसी टकराव और धर्मांतरितों द्वारा उग्रता करने जैसे सवालों पर उन्होंने इसे सिरे से खारिज कर दिया। पिछले सवालों पर खुलकर बोलने वाली प्रियंका ने इस पर कहा कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी संभाले दो दिन ही हुए हैं, ऐसे में वे बाद में इस पर बात करेंगी और फिर इस पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया।

आरक्षण पर राज्यपाल से टकराव के सवालों को भी टाला
भारतीय युवा कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव और छत्तीसगढ़ युवा कांग्रेस की सहप्रभारी प्रियंका ने आदिवासी आरक्षण व आरक्षण संसोधन विधेयक को राज्यपाल द्वारा रोके रखने के मामले पर भी सवाल किए गए। इसे लेकर भी वे टालती नजर आईं। हालांकि पार्टी में गुटबाजी के सवाल पर उन्होंने कहा कि विपक्ष को सिर्फ कांग्रेस में ही अंदरुनी गुटबाजी नजर आती है। जबकि खुद भाजपा में और दिल्ली प्रदेश की सत्ता पर बैठी आम आदमी पार्टी के अंदर भी गुटबाजी और विवाद है।

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