रायपुर. Rice Scame in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ विधानसभा में एक बार फिर चावल घोटाले का जिन्न बाहर आया और फिर बवाल मचा. दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि 600 करोड़ का चावल खा गए, दोषियों की जांच के लिए विधानसभा की समिति बनाई जाए. इसके जवाब में खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने दो टूक कहा कि मामले की जांच कराई गई है. किसी भी खाने वाले को नहीं छोड़ा जाएगा, लेकिन समिति नहीं बनेगी. इसी बात को लेकर बीजेपी विधायकों ने हंगामा शुरू कर दिया.
31 मार्च तक हो जाएगी जांच
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के सवाल पर जवाब देते हुए खाद्य मंत्री अमरजीत भगत ने बताया कि पूरे मामले की जांच चल रही है, जिसकी रिपोर्ट 31 मार्च तक आ जाएगी. इसके लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं. जिन लोगों ने भी चावल खाया है, उन सब पर कार्रवाई की जाएगी. एक-एक पैसे को वसूल किया जाएगा.
600 करोड़ का है मामला, जवाब- 13 एफआईआर, 19 से वसूली
खाद्य मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर डॉ. रमन ने फिर कहा कि ये एक-दो करोड़ नहीं, 600 करोड़ के घोटाले का मामला ह. विधानसभा की समिति से जांच होनी ही चाहिए. 68 हजार टन चावल स्टाक में है, जिसका हिसाब न खाद्य विभाग की वेबसाइट में है न जिलों के आंकड़ों में. तब मंत्री भगत कहा कि 13,592 पीडीएस दुकानों का निरीक्षण किया गया है. 13 एफआईआर दर्ज की गई है. इस दौरान 19 दुकानों से वसूली भी की गई है. 161 दुकानों का लाइसेंस भी निरस्त कर दिया गया है.
मनाही पर हंगामा, कार्यवाही स्थगित
इन सब बातों और जवाब देने के बाद अंतत: मंत्री अमरजीत भगत जांच को लेकर तैयार नहीं हुए तो बीजेपी विधायकों का हंगामा शुरू हो गया. वे इस दौरान नारेबाजी भी करते रहे. आखिर में सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी.
छत्तीसगढ़ में अब तक की सबसे बड़ी प्रशासनिक सर्जरी, 41 IAS अधिकारियों के ट्रांसफर
जिंदल कोल माइंस में ब्लास्ट! एक युवक की मौत, सेक्टर 4/2 में ब्लास्टिंग के दौरान हुआ हादसा
सेक्स रैकेट का भंडाफोड़, 4 युवती और 3 युवक गिरफ्तार, लॉज में चल रहा था देह व्यापार
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft