रायपुर. सीजीबीएसई यानी छत्तीसगढ़ बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन ने 12वीं बोर्ड की आंसरशीट जांच के लिए व्याख्याताओं व टीचर्स को जिम्मेदारी सौंपी थी. उनमें से 56 लापरवाह व्याख्याताओं की बड़ी लापरवाही सामने आई है. उनकी जांची कॉपी का पुनर्मूल्यांकन किया गया तो 20 से लेकर 50 नंबर तक बढ़ गए. अब सीजीबीएसई ने इन्हें 3 साल के लिए कॉपी जांचने से ब्लैकलिस्ट कर दिया है. साथ ही उनके एक साल का इंक्रीमेंट रोकने का फैसला किया गया है.
बता दें कि 10वीं-12वीं बोर्ड एग्जाम से बच्चों का भविष्य जुड़ा रहता है. आगे की परीक्षाओं और कॅरियर के लिए एक-एक नंबर का महत्व होता है. ऐसे में कॉपी जांच में लापरवाही उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा है. कुछ इसी तरह का मामला इस साल सामने आया है. दरअसल, सीजी बोर्ड की ओर से मूल्यांकन कार्य के लिए शिक्षा विभाग को पत्र लिखा जाता है. फिर विभाग की ओर से ऐसे शिक्षकों-व्याख्याताओं की सूची देने के साथ ही उनकी ड्यूटी संबंधित मूल्यांकन केंद्र में लगाई जाती है. इस बार भी ऐसा ही हुआ था. मूल्यांकन के बाद रिजल्ट जारी किए गए.
ऐसे सामने आया मामला
प्रत्येक छात्र को ये पता रहता ही है कि उन्होंने परीक्षा में कॉपी कैसी बनाई है. उत्तर सही लिखे हैं या नहीं. कुछ अंकों की बात और है. लेकिन, जब उन्हें लगे कि उनकी उम्मीद से 20 से लेकर 50 अंकों तक की कमी आई है. ऐसे छात्रों ने पुनर्मूल्यांकन का आवेदन दिया. जब कॉपियों की दोबारा जांच हुई तो पता चला कि किसी का 20 तो किसी का 30 और तो और, कई छात्रों के 50 नंबर तक एक ही विषय में बढ़ गए. मतलब साफ था कि जिन्होंने कॉपी जांच की, उन्होंने जमकर लापरवाही बरती है. अब उसी के तहत इन 56 व्याख्याताओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
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