रायपुर. छत्तीसगढ़ पीएससी का रिजल्ट जारी हो चुका है. कई नेताओं, अफसरों के बच्चे व अन्य करीबी अच्छी रैं के साथ चयनित हुए हैं. लोग कई तरह के सवाल उठा रहे हैं, विशेषकर बीजेपी नेता. इन सबके बीच सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर कहा कि यदि बीजेपी नेताओं के पास तथ्य हैं तो पेश करें. साथ ही ये भी कहा कि बीजेपी नेताओं के बच्चे भी चयनित हुए थे, लेकिन हमने कभी सवाल खड़े नहीं किए. अब उनके इस ट्वीट पर लोग एक से बढ़कर एक कमेंट कर रहे हैं और तर्क भी पेश कर रहे हैं.
बता दें कि कुछ लोगों का कहना है कि यदि बीजेपी ने गड़बड़ी की थी, तो आपको उनसे अलग उदाहरण पेश करना था. अगर गलत है तो उसकी जांच करा अपनी पारदर्शिता को स्पष्ट करना चाहिए. चयनित लोगों को लेकर भी तर्क दे रहे हैं. इनमें वे युवा भी हैं जिन्होंने पीएससी की न सिर्फ बेहतर तैयारी की थी, बल्कि पेपर भी दिया था, लेकिन उनका सलेक्शन नहीं हुआ.
क्या गरीब परिवार के बच्चों में प्रतिभा नहीं
एक यूजर ने लिखा है किक्या योग्यता सिर्फ राजनीतिक और ब्यूरोक्रेट्स के बच्चों में है गरीब और मध्यमवर्गीय परिवार के बच्चों में प्रतिभा नहीं है. अगर आप इतने ही सच्चे हैं तो उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त जस्टिस टीम से जांच का आदेश दीजिए.
कैंडिडेट से पूछें मार्क कैसे देते हैं
इसी तरह एक यूजर ने लिखा है कि अफसर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं. पहले की सरकार में भी हुआ है आपके सरकार में भी हो रहा है. बस यह अफसरों द्वारा बीच में एडजस्ट कर दिया जाता है और इंटरव्यू में उलटफेर हो जाता है. आप किसी भी इंटरव्यू क्वालिफाइड कैंडिडेट को पूछिए कि मार्क्स कैसे दिया जाता है.
आप सच हैं सर, मैं भी अफसर होती
एक यूजर ने लिखा है कि आपका कहना उचित ही है सर जी. अगर ऐसा न होता तो मैं भी किसी प्रशासनिक पद पर होती. मैं खुद इसकी गवाह हूं किसी सीजीपीएससी में गड़बड़ी पहले से चली आ रही है. लेकिन, क्या आप इसे रोक नहीं सकते? हम जैसे लोग पढ़-पढ़ के जीवन खपा देते हैं,और लोग कितनी आसानी से पद चुरा लेते हैं.
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