रायपुर. छत्तीसगढ़ में कथित रूप से हुए 2 हजार करोड़ रुपये के शराब घोटाला केस में ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने रिटायर्ड आईएएस अनिल टूटेजा को अरेस्ट कर लिया है. वे अपने बेटे यश के साथ ईडी के दफ्तर में बयान देने के लिए पहुंचे थे.
बता दें कि ईडी ने इस केस की जांच पिछले साल से शुरू की है. इसमें आरोप लगाया गया है कि छत्तीसगढ़ में बेची गई शराब की हर बोतल से अवैध तरीके से पेसे जुटाए गए हैं. रायपुर मेयर एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर के नेतृत्व में शराब सिंडिकेट बनाकर करीब 2 हजार करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया गया है. वहीं ब्लैकमनी को व्हाइट करने में अनिल टूटेजा का नाम सामने आया है.
इसी मनी लॉन्ड्रिंग केस में बयान दर्ज करने के लिए ईडी ने रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा और उनके पुत्र यश को बुलाया था. इस दौरान ईडी के अफसरों ने टूटेजा से लंबी पूछताछ की. बताया जा रहा है कि बयान के बाद रिटायर्ड आईएएस को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत हिरासत में लिया गया है.
जल्द ही उनकी रिमांड की मांग करते उन्हें मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किए जाने की बात कही जा रही है. आपको बता दें कि 2003 बैच के आईएएस अफसर अनिल टूटेजा पिछले साल ही सेवानिवृत्त हुए हैं. वहीं प्रदेश में कथित तौर पर हुए इस भ्रष्टाचार को साल 2019 से 2022 तक अंजाम दिया गया है. इसमें उनकी भी संलिप्तता की बात कही गई है.
एक एफआईआर सुप्रीम कोर्ट में रद्द
इस केस में पहले भी ईडी ने मामला दर्ज किया था. लेकिन, इसे टूटेजा ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी. सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने एफआईआर को रद्द करने का आदेश जारी किया था. वहीं इसके बाद ईडी ने नए सिरे से मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर दूसरा केस दर्ज किया है, जिसके तहत एक बार फिर उनकी गिरफ्तारी की गई है.
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