रायपुर. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित व दुर्गम इलाकों वाले व संबंधित जिलों की 20 सीटों के लिए मतदान सुबह से शुरू हो गया है. चयनित संवेदनशील बूथों पर सुबह 7 बजे से तो बाकी में 8 बजे से वोटिंग शुरू हुई है. इस दौरान वीआईपी व प्रत्याशियों के अलावा आम मतदाता अपने मताधिकार का उपयोग कर रहे हैं. इस बीच खबर है कि मतदाता पर्ची नहीं होने से कई मतदाताओं का सीआरपीएफ जवानों के साथ विवाद भी होता रहा.
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कुल 2 चरणों में मतदान हो रहा है. इसके तहत पहले चरण में आज 7 नवंबर को 20 सीटों के लिए मतदान चल रहा है. जबकि 17 नवंबर को बाकी 70 सीटों के लिए वोटिंग होगी. आज बस्तर संभाग के दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए बूथों से लेकर राजनांदगांव, कवर्धा जैसे क्षेत्रों में भी मतदान चल रहा है.
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई संवेदनशील व नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शाम को मतदान जल्द खत्म करते हुए सुरक्षित तरीके से ईवीएम को पहुंचाने के लिए समय भी अलग रखा गया है. ऐसे बूथों में सुबह 7 बजे से ही मतदान शुरू हो गया था. वहां दोपहर 3 बजे तक वोटिंग पूरी कर ली जाएगी.
बाकी मतदान केंद्रों में सुबह 8 बजे से मतदान शुरू कराया गया. वहां शाम 5 बजे तक मतदान चलता रहेगा. इस दौरान सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं. सीआरपीएफ के जवान मतदाताओं की कतार के बीच व्यवस्था देखने के अलावा सुरक्षा पर भी नजर रखे हुए हैं.
बीएलओ की गलती से विवाद
मतदाता पर्ची से मतदान में आसानी होती है और मतदान कर्मचारियों को भी इससे दिक्कत नहीं होती. सभी बीएलओ को इसका वितरण करना था. कई बूथों में मतदाता बिना पर्ची के ही पहुंचे हुए थे. उनके साथ सीआरपीएफ जवानों का विवाद भी होता रहा.
कई वीआईपी ने किया मताधिकार का प्रयोग
मतदान में आम से लेकर खास लोगों ने भी अपने मताधिकार का प्रयोग किया है. जगदलपुर में बस्तर संभागायुक्त श्याम धावड़े और आईजी सुंदरराज पी. ने कतार में लगकर अपने मताधिकार का उपयोग किया. इसी तरह पूर्व मंत्री केदार कश्यप, लता उसेंडी आदि ने भी अपने गृहग्राम में जाकर मतदान किया है.
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