भिलाई. छत्तीसगढ़ के इतिहास में पहली बार उपमुख्यमंत्री बने टीएस सिंहदेव ने न्यूजबाजी से खास बातचीत की. गुटबाजी, जय-वीरू की जोड़ी के बीच दरार, बीजेपी द्वारा इसे मुद्दा बनाने जैसी पृष्ठभूमि के बीच उनसे पूछा गया कि क्या ये पार्टी का डैमेज कंट्रोल है. टीएस बाबा ने भी विपक्ष की ओर इशारा करते हुए कहा कि अब चर्चा करने के मौके कम मिलेंगे.
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के साथ टीएस सिंहदेव उनके भिलाई-3 स्थित निवास पहुंचे थे. खास ये कि कार में सिंहदेव बैठे थे और ड्राइविंग सीट पर चैतन्य. वैसे तो प्रदेश के दोनों कद्दावर नेताओं के बीच सीधे तौर पर कोई तल्खी नहीं रही है. लेकिन, पिछले कुछ घटनाक्रमों से प्रतीत हो रहा था कि दोनों के बीच अब सबकुछ सही नहीं है. ऐसे में प्रोटोकॉल को किनारे कर इस तरह की अनौपचारिकता को भी एक मैसेज के तौर पर भी देखा जा रहा है.
विपक्ष को मिला था मुद्दा
टीएस सिंहदेव को मुख्यमंत्री का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. लेकिन, सीएम बघेल को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला. तब से ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर चर्चा का बाजार गर्म रहा. ढाई साल पूरा होने के बाद दोनों खेमों के विधायकों व समर्थकों के साथ उनके दिल्ली प्रवास के बीच कई तरह के कयास लगाए गए. इन घटनाक्रमों में बीजेपी को भी मुद्दा मिल गया था.
टीएस बाबा का फेवर लेकर कई तरह की बातें कही जाती रही हैं. वहीं अब उनके उप मुख्यमंत्री बनने के बाद भी पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह समेत अन्य नेता सवाल उठा रहे हैं. लेकिन, एक तरह से उन्हें भी जवाब देने की कोशिश के तौर पर इसे देखा जा रहा है. सिंहदेव ने भी उन्हें जवाब देने की बात कही.
वीडियों में देखें विश्लेषण
वरिष्ठ पत्रकार व न्यूजबाजी की सहयोग गार्गी वर्मा ने भी प्रदेश में कांग्रेस पार्टी में बन रही खाई को पाटने की इस कवायद के संदर्भ में बात की. वीडियो में वह भी देख सकते हैं और साथ में न्यूजबाजी का विश्लेषण.
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