रायपुर. वायु गुणवत्ता बरकरार रखने के लिए बनाए गए राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानक में प्रावधान है कि 9 प्रदूषकों में से किसी का स्तर कहीं पर भी दो दिन लगातार विनिर्दिष्ट यानी निर्धारित सीमा से अधिक हो तो नियमित मॉनिटरिंग और जांच की जानी है. रायपुर में प्रदूषक पीएम 2.5 और पीएम 10 की मात्रा पिछले 6 दिन यानी लगभग सप्ताहभर निर्धारित मानक से कई गुना बढ़ी हुई है.
इसे लेकर रायपुर के पर्यावरण प्रेमी नितिन सिंघवी ने पर्यावरण संरक्षण मंडल के अध्यक्ष को पत्र लिखकर जांच करने की मांग की है. पत्र में लिखा गया है कि रायपुर शहर ही नहीं प्रदेश के अन्य शहरों में भी पीएम 2.5 और पीएम 10 प्रदूक बढ़ा हुआ है. पिछले वर्ष नवम्बर से ये कई महीने लगातार बढे रहे परंतु छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के अधिकारी कोई जांच नहीं की.
क्या है पीएम 2.5 और पीएम 10
पीएम 2.5 वायु में उपस्थित 2.5 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर या उससे कम व्यास के महीन कण होते हैं. पीएम 10 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर या उससे कम व्यास के कण होते हैं. इनसे अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, हृदय रोग, फेफड़ों का कैंसर, प्रीमेच्योर्ड डिलीवरी और अन्य बीमारियाँ होती है.
क्या है छह दिनों से स्थिति
भाटागांव नया बस स्टैंड रायपुर में लगे मॉनिटर यूनिट में 1 नवंबर 2024 से 6 नवंबर 2024 तक PM 2.5 का स्तर क्रमशः 500, 448, 186, 226, 144 और 195 के अधिकतम स्तर पर दर्ज किया गया है जबकि इसे 60 से अधिक नहीं होना चाहिए. इसी अवधि के दौरान PM 10 क्रमशः 500, 412, 147, 135, 115 और 139 था जबकि इसे 100 से अधिक नहीं होना चाहिए. इसी अवधि के दौरान, कार्बन मोनोऑक्साइड का स्तर स्वीकार्य अधिकतम सीमा से कई गुना अधिक था. पत्र में बताया गया है कि साल में कई महीनों PM 2.5, और PM 10 लगातार मानक से ज्यादा रहते है.
पिछली दिवाली से इस बार प्रदूषण ज्यादा - 500 पर रुक गया कांटा
इस दिवाली पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर 500 रहा जबकि पिछली दिवाली पर यह 309 था. पीएम 10 भी इस दिवाली पर 500 रहा जबकि पिछली दिवाली पर यह 190 था. छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के मॉनिटरिंग मीटर 500 से ज्यादा की रिकॉर्डिंग नहीं कर सकते इसी लिए PM 2.5 और PM 10 की रिकॉर्डिंग 500 पर रुक गई.
ज्यादा प्रदूषित जगहों पर नहीं लगाए मॉनिटरिंग मीटर
रायपुर शहर में मॉनिटरिंग मीटर एम्स, भाटागांव नया बस स्टैंड, कृषक नगर और सिलतरा में लगे हैं. इसके अलावा भिलाई में तीन, कोरबा में दो, बिलासपुर के मंगला में एक, छाल, कुंजेमुरा, मिलुपारा और तुमीडीह में एक एक मॉनिटरिंग मीटर लगे हैं ये आठ प्रदूषकों के प्रति घंटे का ऑनलाइन स्तर बताते हैं और इन्हीं को मिला करके एयर क्वालिटी इंडेक्स बनाया जाता है. सीईसीबी के अफसरों ने रायपुर के मुख्य प्रदूषित इलाकों जैसे जयस्तंभ चौक, शास्त्री चौक, सदर बाजार, पचपेड़ी नाका और शंकर नगर में मॉनिटरिंग यूनिट नहीं लगाए है ऐसे ही प्रदेश के अन्य शहरों जैसे बिलासपुर, रायगढ़ के प्रदूषित इलाकों में मीटर नहीं लगे हैं.
ये की गई मांग
जहां जहां भी दो दिनों से अधिक समय तक मॉनिटर यूनिट में प्रदूषक निर्धारित सीमाओं को पार कर रहे हैं वहां जांच की जाये. बिलासपुर, रायगढ़, भिलाई और रायपुर के सभी प्रदूषित क्षेत्रों में ऑनलाइन निगरानी स्टेशनों की तत्काल स्थापना की जाए. विशेष रूप से देवेंद्र नगर ऑफिसर्स कॉलोनी रायपुर में एक निगरानी इकाई की स्थापना ताकि अधिकारी दैनिक प्रदूषण की स्थिति का आकलन कर सकें.
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