बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में फर्जी सर्जन का मामला सामने आया है, जिसमें अभी जांच होना बाकी है. दरअसल, यहां गहलात हॉस्पिटल का संचालक खुद को कैंसर सर्जन बताकर मरीजों का इलाज करता रहा है. आईएमए को शक होने पर इसकी शिकायत सीएमएचओ से की गई है. टीम जब जांच करने हॉस्पिटल पहुंची तो ये बंद था. वहीं डॉक्टर फरार हो गया है. इससे टीम भी मान रही है कि डॉक्टर फर्जी है.
बता दें कि शहर के सकरी थाना क्षेत्र में गहलोत हॉस्पिटल संचालित है. यहां डॉ. विवेक गहलात लंबे समय से खुद को कैंसर सर्जन बताते हुए बोर्ड लगाकर रखा है. साथ ही मरीजों का इलाज कर रहा है. वह आईएमए यानी इंडियन मेडिकल एसिएशन की मीटिंग्स भी अटेंड करता रहा है. साथ ही डॉक्टर मीट में भी शामिल होता था.
कुछ मीटिंग में आईएमए के सदस्यों ने उनसे उनकी डिग्री व व कॉलेज आदि के बारे में पूछा तो खुद को एमसीएच ऑनको सर्जन एम्स दिल्ली और एमएस सर्जन एसएमएस हॉस्पिटल जयपुर से बताया था. इस पर आईएमए के पदाधिकारियों ने दोनों हॉस्पिटलों से पतासाजी कराई. लेकिन, पता चला कि दोनों ही जगहों में से कहीं भी उसने सर्जन की डिग्री ली है, न इंटर्नशिप ही किया है.
तब इसकी शिकायत सीएमएचओ बिलासपुर से की गई. सीएमएचओ ने भी इसे गंभीरता से लिया और जांच कराने के लिए टीम गठित की. टीम को संबंधित हॉस्पिटल में भेजा भी गया. लेकिन, इसकी भनक डॉक्टर को पहले ही लग चुकी थी. हॉस्पिटल बंद मिला और डॉक्टर गायब था. अब स्वास्थ्य विभाग को भी पूरा शक है कि डॉक्टर की डिग्री फर्जी है. अब संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर एकतरफा कार्रवाई की बात कही जा रही है.
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