Tuesday ,November 26, 2024
होमछत्तीसगढ़हाईवे पर 118 जगह ऐसी जहां लापरवाही की तो मौत से सामना तय, PHQ Traffic ने घोषित किया ब्लैक स्पॉट...

हाईवे पर 118 जगह ऐसी जहां लापरवाही की तो मौत से सामना तय, PHQ Traffic ने घोषित किया ब्लैक स्पॉट

 Newsbaji  |  Mar 20, 2023 05:55 PM  | 
Last Updated : Mar 20, 2023 05:55 PM
पुलिस के यातायात विभाग ने सर्वे कर ब्लैक स्पॉट की रिपोर्ट जारी की है.
पुलिस के यातायात विभाग ने सर्वे कर ब्लैक स्पॉट की रिपोर्ट जारी की है.

रायपुर. Black Spots in Chhattisgarh: नेशनल हाईवे पर किसी भी वाहन से जाते समय हादसे का खतरा तो बना ही रहता है. जरा सी चूक और बड़े से बड़े हादसे हो जाते हैं. लेकिन, कुछ जगहों पर कुछ ऐसा टेक्निकल फाल्ट होते हैं या वह जगह ही ऐसी होती है कि जरा सी असावधानी से बड़े हादसे हो जाते हैं और कई मौत के मुंह में समा जाते हैं. पीएचक्यू छत्तीसगढ़ के ट्रैफिक डिपार्टमेंट ने सर्वे कर छत्तीसगढ़ में ऐसे 118 स्पॉट का चिन्हांकन किया है, जहां आए दिन हादसे हो रहे हैं और लोगों की जानें भी जा रही हैं.

बता दें कि पुलिस हेड क्वार्टर के यातायात विभाग द्वारा हर साल रोड सेफ्टी सर्वे किया जाता है. इसमें न सिर्फ ब्लैक स्पॉट ही खोजे जाते हैं बल्कि सालभर हुए हादसों का विश्लेषण कर कई अन्य कारणों की पड़ताल करते हैं. इसके बाद मिली खामियों को दूर करते हुए सुरक्षित यातायात की पहल होती है. पिछले साल के सर्वे में 104 ब्लैक स्पॉट का पता चला था. वहीं इस बार नई सड़कों के बनने व जिस जगह पर लगातार हादसे हो रहे हैं वहां किसी तरह का नया निर्माण हो जाने से वे जगह भी ब्लैक स्पॉट बन गए हैं.

रात में चलें संभलकर, दोपहिया चलाने वाले सावधान
रोड सेफ्टी सर्वे में जो बात सामने आई है उसमें प्रमुख ये भी है कि ज्यादा हादसे रात में हुए हैं, जब वाहनों की संख्या भले ही कम हो जाती है पर रफ्तार बढ़ जाती है. अंधेरा भी बड़ा फैक्टर है. रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग, भिलाई, राजनांदगांव और रायगढ़ समेत अन्य जिलों के नेशनल हाईवे में यही कारण प्रमुखता से निकलकर सामने आए हैं. रोशनी की व्यवस्था नहीं होने के चलते वाहन सवार सामने से आ रहे वाहन से टकराकर मौत के मुंह में समा रहे हैं. ज्यादातर मरने वाले दोपहिया चालक व सवार हैं. उन्हें अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है.


सड़क हादसों से 3 साल में 15 हजार मौत, 31 हजार घायल
सड़क हादसों में लगातार इजाफा हो रहा है और उसी के मुताबिक मरने वालों और घायलों की संख्या भी बढ़ती ही जा रही है. इस रिपोर्ट के अनुसार, बीते तीन सालों में सड़क हादसों में छत्तीसगढ़ में कुल 15000 मौतें हुई हैं. जबकि 31 हजार लोग गंभीर रूप से घायल हुए. इसके तहत बीते वर्ष यानी 2022 में 10 हजार से ज्यादा हादसे हुए और पांच हजार लोगों की मौत हो गई. जबकि 10 हजार लोग घायल हुए हैं.

मंदिर हसौद चौक, उरला-सिंघानिया चौक पर सावधान
रायपुर जिले में वर्ष 2022 में सात ब्लैक स्पाट थे, जहां सबसे ज्यादा हादसे हो रहे थे. लेकिन, इस बार की सर्वे रिपोर्ट चौंकाने वाली आई है. ब्लैक स्पॉट की संख्या बढ़कर 24 हो गई है. अब आपको कुछ यहां के संवेदनशील चौक के बारे में भी बता दें. जी हां, रायपुर जिले व शहर में मंदिर हसौद चौक, उरला-सिंघानिया चौक, सेरीखेड़ी व मेटल पार्क ऐसी जगहें हैं जहां लगातार हादसे होते रहे हैं. इन जगहों को ब्लैक स्पॉट माना गया है.

admin

Newsbaji

Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft