अंबिकापुर। विधानसभा चुनाव 2018 में 15 सीटों पर सिमटने वाली भाजपा आदिवासी अंचल सरगुजा और बस्तर में बुरी तरह से पराजित हुई थी। अब सरगुजा में जनजाति अधिकार महासभा सम्मेलन आयाेजित कर इन्हीं इलाकों के आदिवासियों को साधते हुए पार्टी ने 2023 के विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंका है।
आपको बता दें कि भाजपा ने यहां दो दिवसीय प्रदेश स्तरीय कार्यसमिति की बैठक की है। शुक्रवार और शनिवार को पार्टी के दिग्गज पदाधिकारियों ने स्थानीय पदाधिकारियों को आदिवासी वोट बैंक को साधने का गुर सिखाया। इतना ही नहीं, जनजाति अधिकार महासभा सम्मेलन आयोजित कर मौके को भुनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ा गया। इस सम्मेलन का आयोजन शहर के मध्य स्थित कलाकेंद्र मैदान में किया गया। इसमें संभाग भर से बड़ी संख्या में आए आदिवासी वर्ग के लोग शामिल हुए।
मंच पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते, रेणुका सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव, पूर्व मंत्री व राज्यसभा सदस्य रामविचार नेताम, पूर्व गृहमंत्री ननकीराम कंवर समेत बस्तर संभाग के भी दिग्गज आदिवासी नेताओं को मंच प्रदान किया गया।कुल मिलाकर बीजेपी ने अपने एकमात्र एजेंडा आदिवासी वर्ग को साधने में पूरा जोर लगाया।
आरक्षण मुद्दे पर सत्तापक्ष को घेरा
सम्मेलन के दौरान पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने आरक्षण के मुद्दे पर प्रदेश की कांग्रेस सरकार और सीएम भूपेश बघेल पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आरक्षण को लेकर उन्होंने रणनीति बनाई, विधानसभा का विशेष सत्र आयोजित कर विधेयक को पास कराया वह सिर्फ दिखावा था। इन सबके अलावा देश की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपति को भाजपा की देन बताते हुए भी बढ़त बनाने की कोशिश की गई।
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