रायपुर. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए बेरोजगारी भत्ते का ऐलान कर चुनावी साल में बड़ा दांव खेला है। इधर, भाजपा नेता भी इससे कैसे शांत रहते। उन्होंने पिछले चार साल का हिसाब मांग लिया है। अब कांग्रेसी भी कैसे शांत रहती। उन्होंने जवाब देने के साथ ही एक बार फिर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह का पुराना कच्चा चिट्ठा खोल दिया है और सवाल खड़े कर दिए हैं।
बता दें कि, इस साल के अंत में छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने है। इससे पहले 26 जनवरी पर सीएम भूपेश बघेल को जनता के नाम संदेश देने की बारी आई तो उन्होंने घोषणाओं में प्रदेश के हर वर्ग को साधने का कोई मौका नहीं गंवाया। इसमें उनका सबसे बड़ा ट्रंप कार्ड साबित होने वाला है बेरोजगारी भत्ता। युवाओं के रूप में एक बड़े वर्ग को साधने से और कई वर्ग भी सधेंगे। लेकिन, ये भाजपा को रास नहीं आ रहा है। इसी के तहत पार्टी के दिग्गज इस पर सवाल खड़े कर रहे हैं और सरकार से पिछले चार साल का हिसाब मांग रहे हैं।
उनका कहना है कि सरकार ने जैसा चुनाव से पहले घोषणा की थी, उस हिसाब से चार साल पहले से ही इसकी शुरुआत कर देनी चाहिए थी। यह युवाओं के साथ अन्याय है। सरकार को इस पर हिसाब देना चाहिए और पिछले चार सालों का भत्ता मिलना चाहिए। वहीं अब कांग्रेस ने भी इसे लेकर अपना जवाब दिया है।
वादा नहीं किया फिर भी दिया, भाजपा ने तो वादा करके भी न दिया
पीसीसी के संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला का कहना है कि, हमने बेरोजगारी भत्ते को लेकर कोई वादा नहीं किया था। लेकिन, युवा वर्ग को ध्यान में रखते हुए हमने इसकी घोषणा की है और अब इस पर हम अमल भी करने जा रहे हैं। जबकि भाजपा ने हर बार बेरोजगारी भत्ते का वादा किया और भूल गई।
ट्वीट कर डॉ. रमन को घेरा
इधर, कांग्रेस के आफिसियल ट्विटर अकाउंट से एक ट्वीट करते हुए न सिर्फ बेरोजगारी भत्ते पर बीजेपी के सवालों का जवाब दिया गया है, बल्कि डॉ. रमन सिंह पर भी सवाल उठाए हैं। इसमें लिखा है- "पनामा का कांड" प्रदेश का पैसा लूटकर, अपने बेटे और दामाद की जेब में डालता रहा, जनता के लिए मुख्यमंत्री ने घोषणापत्र में न होने के बावजूद भी बेरोजगारीभत्ता देने की घोषणा कर दी।
भिलाई की स्मृति नगर चौकी पर पथराव, पुलिस ने 14 लोगों पर दर्ज किया मामला
शबरी पार छत्तीसगढ़ दाखिल हो रहे नक्सली का एनकाउंटर, एक जवान भी घायल
Copyright © 2021 Newsbaji || Website Design by Ayodhya Webosoft