बीजापुर. छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में पुलिस और सुरक्षा बलों के जवानों के हाथों बड़ी सफलता हाथ लगी है. दरअसल, सर्चिंग पर निकले इन जवानों का सामना जंगल के अंदर नक्सलियों से हो गया. इधर, जब नक्सलियों को लगा कि वे मुकाबला करने में नाकाम होंगे तो उल्टे पांव भागने को मजबूर हो गए. फिर क्या था, जवानों ने पूरा कैंप ध्वस्त कर दिया है. मौके से विस्फोटक समेत नक्सलियों की दैनिक जरूरतों का सामान जब्त कर लिया है.
बता दें कि मामला पेद्दाकोरमा के जंगल का है. हालांकि पूरा घटनाक्रम एक दिन पहले शनिवार को हुआ, लेकिन इसका खुलासा अब जाकर किया गया है. सर्चिंग का कारण भी बड़ा था. दरअसल, मुखबिरों के जरिए सुरक्षा बलों को सूचना मिली थी कि नक्सली कमांडर और गंगालूर एरिया कमेटी का सचिव दिनेश मोड़ियम और गंगालूर एएलओएस कमांडर दुला कारम पेद्दा कोरमा के जंगल में बने कैंप में मौजूद हैं.
इस सूचना के आधार पर सुबह डीआरजी, बस्तर फाइटर, एसटीएफ और कोबरा 202 व 210 के जवानों को पैदल ही सर्चिंग के लिए भेजा गया. इस पर सभी जवान दल बनाकर जंगल के अंदर घुसे. जैसे-जैसे वे कैंप के नजदीक आते गए, उन्हें कैंप नजर आया.
हालांकि इस बीच नक्सलियों को भी इसका पता चल गया. इस बीच नक्सलियों ने भांप लिया कि जवानों की संख्या काफी ज्यादा है. मौके पर मुठभेड़ भी शुरू हो गई. इसमें फोर्स के जवान भारी पड़ते नजर आए. तब नक्सलियों ने भागने में ही भलाई समझी और कैंप को जैसे-तैसे छोड़कर वे जंगल के अंदर भाग निकले.
सामान बरामद कर की सर्चिंग
कैंप छोड़कर नक्सलियों के भागने के बाद जवानों ने तलाशी ली. तब उन्हें बड़े पैमाने पर विस्फोटक, दवाएं, नक्सली वर्दी, प्रतिबंधित नक्सल संगठन के प्रचार-प्रसार की सामग्री, नक्सली साहित्य और अन्य दैनिक उपयोग की सामग्री मिली. इन्हें कब्जे में लेने के साथ ही जवानों ने पूरे इलाके की सर्चिंग की. बाद में टीम वापस अपने कैंप में लौट गई.
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