रायपुर। रायपुर दक्षिण से भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार पर पेट्रोल-डीजल के रेट को लेकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल वैट के जरिए जनता को लूट रहे है। वैट कम कर पेट्रोल-डीजल का रेट कम करे और जनता को मंहगाई से राहत पहुंचाएं।
इन राज्यों में टैक्स
उत्तराखंड में 14.51, हिमाचल प्रदेश 16.60, गुजरात 16.56, असम 17.38, असम में 17.38, उत्तर प्रदेश में 16.50 है, जो कि छत्तीसगढ़ से कम टैक्स हैं, जबकि छत्तीसगढ़ में भूपेश सरकार ज्यादा टैक्स 23 प्रतिशत वसूल रही है।
केंद्र सरकार का टैक्स मूल्य में होता है, मतलब रेट बढ़ने के बाद भी टैक्स नहीं बढ़ेगा। परन्तु छत्तीसगढ़ राज्य में टैक्स प्रतिशत में होता है, पेट्रोल-डीजल के दर के हिसाब से 23% बढ़ता है। मतलब यदि पेट्रोल का दर 50 रूपए है तो राज्य सरकार वैट 11.50 रूपए अलग लेगी और यदि पेट्रोल डीजल का मूल्य 100 रूपए है तो राज्य सरकार टैक्स 23 प्रतिशत लेगी। केन्द्र के टैक्स में भी 42% केन्द्र सरकार, राज्य सरकार को देती है। छत्तीसगढ़ सरकार वैट कम न करके, महंगाई बढ़ाने की जिम्मेदार है। भूपेश सरकार को पेट्रोल डीजल में 5-10 रूपए कम करके, महंगाई को कम करना चाहिए।
जब केन्द्र सरकार पेट्रोल डीजल में रेट कम कर सकती है। केंद्र सरकार को पुरा देश चलाना होता है तो भूपेश सरकार क्यों नहीं पेट्रोल डीजल के रेट 5-10 रूपए कम कर जनता को मंहगाई से राहत पहुंचाती है।
जनता को राहत पहुंचाने का दिखावा
भूपेश सरकार को 2018 में 27 हजार करोड़ केंद्र से आता था, जबकि अब 65 हजार करोड़ रुपए आता है। मतलब अब 38 हजार करोड़ रुपए ज्यादा राज्य सरकार को मिल रहा है। राज्य सरकार छत्तीसगढ़ की जनता को राहत पहुंचाने का दिखावा करती है और जनता को झुनझुना पकड़ती है। आज जो महंगाई बढ़ी है उसकी पुरी जिम्मेदार छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार है। भूपेश सरकार जनता को मंहगाई बढ़ाकर, भूखे मरने पर मजबूर कर रही है।
पूर्व मंत्री ने कहा कि, जैसे मोदी सरकार ने केंद्र में रेट कम किए हैं, वैसे ही राज्य सरकार को 5 से 10 रूपए पेट्रोल-डीजल में कम करना चाहिए। केंद्र सरकार फिक्स टैक्स लेती है। परन्तु राज्य सरकार 23% टैक्स लेती है जिससे रेट बढ़ने पर टैक्स भी 23% बढ़ाती है।
पेट्रोल-डीजल पर वैट कम करें- ब्रजमोहन
जहां भाजपा शासित राज्यों में वैट 18 प्रतिशत से भी कम है। वहीं छत्तीसगढ़ में 23 प्रतिशत है। देश के आठ राज्यों में पेट्रोल डीजल छत्तीसगढ़ से सस्ता है। इसलिए वे सस्ते पेट्रोल-डीजल की दुहाई नहीं दे सकते। देश के 22 राज्यों के मुखिया अपने राज्य की जनता के प्रति संवेदनशील हैं। इसलिए उन्होंने वैट कम करने से बचने के लिए कोई बहानेबाजी नहीं की। वैट की दर कम करके जनता को राहत दी है। पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश ने जनता को सात रुपए प्रति लीटर की राहत दी। बिहार जैसा राज्य जो शराब से राजस्व नहीं कमाता है। उसने भी जनता को राहत देने वैट कम किया है।
राज्य सरकार शराब से कमाती है राजस्व
जबकि, शराब से 5500 करोड़ रुपए का राजस्व कमाने वाले राज्य छत्तीसगढ़ ने 78 पैसे घटाकर ऐसा दिखाया जैसे जनता का दुख हर लिया है। कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ की जनता पर 78 पैसे का एहसान जताने की कोशिश करके उसका अपमान किया है। बृजमोहन ने कहा कि भूपेश सरकार के द्वारा तरह तरह के बहाने बनाये जाते हैं। फर्जी आंकड़े जारी करके अलग अलग नेता अलग-अलग बकाया मांगते हैं। जनता को गुमराह करने के लिए गलत आंकड़े पेश करके अपनी अकर्मण्यता और जनविरोधी करतूतों को छुपाने की कोशिश की जाती है। यह कांग्रेस सरकार अपनी ओर से जनता के लिए कुछ नहीं करना चाहती। जनता के साथ मिलकर पुरजोर विरोध किया जायेगा।
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