राजिम. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की महत्वाकांक्षी योजना माने जाने वाले आत्मानंद स्कूल में गड़बड़ी थमने का नाम नहीं ले रही है. कभी नियुक्ति में गड़बड़ी का मामला सामने आ रहा है तो कभी दस्तावेजों में गड़बड़ी. ताजा मामला चौंकाने वाला है, जहां एक कोचिंग सेंटर चलाने वाले व्यक्ति द्वारा अपने दो बच्चों समेत कुल 5 बच्चों का एडमिशन फर्जी दस्तावेजों के जरिए आत्मानंद स्कूल में कराया गया है. यही नहीं, पांचों बच्चों ने एक साल की पढ़ाई भी पूरी कर ली. फर्जी टीसी और मार्कशीट कंप्यूटर पर ही तैयार किया गया था. अब मामला सामने आने के बाद जांच बैठा दी गई है.
बता दें कि ये मामला राजिम का है, जहां रामविशाल पांडेय स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लिश मीडियम स्कूल का संचालन किया जा रहा है. दरअसल, यहां सत्र 2022-23 में 5 बच्चों का फर्जी तरीके से अंकसूची और टीसी बनाकर एडमिशन कराया गया था. इस दौरान बच्चों ने सालभर स्कूल में पढ़ाई भी पूरी की. लेकिन, स्कूल प्रबंधन को इस गड़बड़ी का पता ही नहीं चला. पूरे मामले में स्कूल में पढ़ रहे बच्चे के एक पालक का नाम सामने आया है. वह यहां कोचिंग सेंटर का संचालन करता है. उसने अपने दो बच्चों का फर्जी मार्कशीट व टीसी बनाने के साथ ही उसके यहां पढ़ने आने वाले 3 और बच्चों का भी फर्जी दस्तावेज बनाया. उसी के आधार पर उनका दाखिला भी हो गया.
जिस स्कूल का नाम उससे दूर-दूर का नाता नहीं
खास बात ये है कि जब उसने फर्जी दस्तावेज बनाया तो एक ऐसे प्राइवेट स्कूल को चुना, जहां से इन बच्चों का दूर-दूर से नाता नहीं है. किसी भी बच्चे ने वहां पहले कभी पढ़ाई ही नहीं की है. अब ये भी स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिरकार ये बच्चे असल में कहां पढ़ाई कर रहे थे. वहीं जब मीडिया में ये बात सामने आई है तो आत्मानंद स्कूल प्रबंधन ने मामले की जांच के लिए कमेटी बना दी है. साथ ही गड़बड़ी मिलने पर कार्रवाई करने की बात कही गई है. इस संबंध में जिला शिक्षा अधिकारी डीएस चौहान ने भी कार्रवाई की बात कही है.
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